प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह की बैठक में इस ​बार भी आधे लोग नहीं आए

भोपाल। भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की बड़ी किरकिरी हो रही है। भोपाल में जब पहली बार उन्होंने मीटिंग बुलाई थी तो 80 प्रतिशत पार्षद नहीं आए थें अब दूसरी बार जब पूरे मध्यप्रदेश के जनप्रतिनिधियों की मीटिंग बुलाई तो आधे से ज्यादा लोग नहीं आए। अनुपस्थित रहने वालों में आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री समेत कई विधायक और दूसरे जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। कुछ इस तरह का संदेश आ रहा है कि संगठन ने राकेश सिंह को स्वीकार ही नहीं किया। कुछ ऐसे लोग जो हर निर्देश का पालन करते हैं, उपस्थित हो रहे हैं। 

एक भी जिले से 100 प्रतिशत उपस्थिति नहीं थी

विधानसभा चुनाव को लेकर बुलाई गई भोपाल संभाग की बैठक में एक बार फिर आधे मंत्रियों के साथ कई कार्यकर्ता नहीं पहुंचे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह व संगठन महामंत्री सुहास भगत ने बैठक से पहले अटेंडेंस ली। अरविंद भदौरिया ने जिलेवार अध्यक्षों को खड़ा करके पूछा कि कितने लोगों को बुलाया गया था और कितने लोग पहुंचे। किसी भी जिले से सौ फीसदी लोग नहीं आए। 

अरविंद भदौरिया ने सुरेन्द्र सिंह की पोल खोली

इसी कड़ी में जब भोपाल की बात आई तो शहर जिलाध्यक्ष व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह खड़े हुए। उनसे भी भदौरिया ने यही बात पूछी तो वे इधर-उधर देखने लगे। यह देख भदौरिया ने बात संभाली और भोपाल वालों के हाथ खड़े करवाए। साथ ही कहा कि यदि जानकारी नहीं तो हाथ खड़े हैं गिन लो।

भोपाल में तो नई कार्यकारिणी ही नहीं बनी

यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी राकेश सिंह ने जनप्रतिनिधियों के साथ भोपाल की बैठक बुलाई थी, जिसमें 80 फीसदी पार्षद नहीं पहुंचे। लिहाजा दूसरे दिन दोबारा बैठक करनी पड़ी। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि सुरेंद्रनाथ ने जिलाध्यक्ष बनने के बाद अभी तक अपनी नई कार्यकारिणी तक घोषित नहीं की। पूर्व जिलाध्यक्ष व महापौर आलोक शर्मा की पांच साल पुरानी टीम से ही वे काम चला रहे हैं। इसको लेकर कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। 

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