कमलनाथ की ताजपोशी, शिवराज सिंह खुश हुए | MP NEWS

भोपाल। इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे, पूर्व केंद्रीय मंत्री, करोड़पति कारोबारी और छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ को मप्र कांग्रेस कमेटी का प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है। इस खबर ने सीएम शिवराज सिंह को काफी राहत दी है। उन्होंने खुशी का इजहार भी किया है। ट्वीटर पर शिवराज सिंह ने लिखा 'मित्र श्री कमलनाथ जी को @INCMP के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर हार्दिक शुभकामनाएँ।' बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है लेकिन शिवराज ने उन्हे और कांग्रेस के 4 कार्यकारी अध्यक्षों को बधाई नहीं दी। 

पुराने रिश्ते हैं शिवराज और कमलनाथ के
बताया जाता है कि सीएम शिवराज सिंह और कमलनाथ के बीच पुरानी दोस्ती है। सिर्फ शिवराज सिंह ही नहीं भाजपा के कई नेताओं से कमलनाथ के मधुर रिश्ते हैं। कहा जाता है कि मप्र के सीएम शिवराज सिंह को भी कमलनाथ ने अपने कुछ कारोबारी मित्रों से मदद दिलवाई थी। व्यापमं घोटाले के समय एक बड़े कारोबारी का नाम चर्चाओं में आया था। मोदी के मित्रों में शुमार यह कारोबारी कमलनाथ का भी मित्र है। कहा जाता है कि शिवराज सिंह से इस कारोबारी की दोस्ती कमलनाथ ने ही करवाई थी। 

शिवराज की खुशी की दूसरा बड़ा कारण
सीएम शिवराज सिंह समेत पूरी भाजपा यह मान चुकी थी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया सीएम कैंडिडेट होंगे। भाजपा को शिवराज सिंह पर पूरा भरोसा है। भाषण कला में उनका कोई मुकाबला नहीं हैं। जब वो मंच पर खड़े होते हैं तो कम से कम 45 मिनट बिना रुके बोलते हैं। बोलते भी ऐसा कि जनता बंध जाती है। श्रोताओं को मतदाताओं में बदलने का हुनर शिवराज को बेहतर तरीके से आता है। कांग्रेस में भाजपा की चिंता केवल ज्योतिरादित्य सिंधिया थे क्योंकि सिंधिया में भी वही आकर्षण है। वो भी मंच को संभालना जानते हैं। भीड़ अपने आप उनकी तरफ खिंची चली आती है। लोग उनमें उम्मीदें देखते हैं। श्रोताओं को मतदाताओं में बदलने का हुनर सिंधिया के पास भी है। खुशी इसलिए कि अब कांग्रेस में गुटबाजी कायम हो गई है। सिंधिया को सीधा रास्ता नहीं मिला तो वो खुद को 4 कदम पीछे खींच लेते हैं। 2013 के चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था। सिंधिया ने धमाकेदार शुरूआत की थी परंतु सीधा रास्ता नहीं मिला तो दिल्ली लौट गए थे। 2018 में भी अब यही संभावना है। शिवराज सिंह खुश हैं। उनका रास्ता साफ हो गया।  

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