शिवराज सिंह के किसान सम्मान समारोह से भूखे लौटे किसान | MP NEWS

गुनेद्र कुमार/छिंदवाड़ा। बालाघाट के वारासिवनी तहसील मुख्यालय में रविवार को आयोजित किसान सम्मान यात्रा के समापन समारोह में छिंदवाड़ा जिले में बसो में बैठकर पहुंचे किसानों को बीच रास्ते से ही लौटा दिया गया। भूखे प्यासे किसानों को उतरने भी नही दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार वारासिवनी में किसान सम्मान यात्रा के समापन समारोह को रविवार की दोपहर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया। समारोह को सफल बनाने के लिए आसपास के जिले के किसानों को सम्मेलन में लाने के लक्ष्य के अंतर्गत छिंदवाड़ा से भी विकासखंड वार किसानों को जमा करके बसों में भेजने का काम आरटीओ और कृषि विभाग ने किया था। रविवार सुबह से ही किसानो को गांव से बुला लिया गया था। जाने वाले किसानों की संख्या तो कम थी, किंतु उन किसानों के लिए भी कोई नाश्ता भोजन या चाय और तो और पानी तक भी व्यवस्था नही थी।

दोपहर में जैसे ही वारासिवनी सीमा में बसें पहुंची कि रास्ते में खडे पुलिस बल ने बसों को रोककर वापिस जाने को कहा तथा सूचित किया कि सीएम आकर चले गये, आप लोग भी वापिस हो जाओ। आखिरकार वे बसे वापिस छिंदवाड़ा के लिए मोड दी गईं। भूखे प्यासे किसानों के लिए न तो जाते में और न तो आते में ग्राम सेवकों ने जो कि बस याञा के प्रभारी थे, कोई भी व्यवस्था भूखे प्यासे किसानो के लिए नही कर सके। परिणाम यह हुआ है कि उमरिया का एक किसान गोपाल सरेयाम को जिले के ग्राम समसवाडा में चक्कर आ गया। किंतु बस रोककर वहां पर मेडीकल सहायता की कोशिश साथी किसानो ने की पर वहां कोई चिकित्सक का पता न मिलने पर बस बीमार किसान को लेकर छिंदवाड़ा वापिस आ गई।

छिंदवाड़ा जिले से 100 से भी अधिक गाडियाँ भेजने लक्ष्य रखा गया था, कितनी बसें गई कितने किसान उसमें गये। यह पता नही चल सका है। उक्त विवरण मात्र मोहखेड विकासखंड से गई पांच सात बसों का ही है। देर रात नौ बजे के आसपास किसानों का दल अपने विकासखंड मुख्यालय पहुचे है।

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