शिवराज सिंह जी, यह रहा अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण का फार्मूला | KHULA KHAT @ CM SHIVRAJ SINGH

भोपाल। मप्र में 2011 के बाद से अब तक संविदा शाला शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। सरकार की तरफ से बार बार यही बताया जाता है कि अतिथि शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का तरीका खोजा जा रहा है इसलिए भर्ती में देरी हो रही है। सतना के डॉ0 वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का एक तर्कसंगत फार्मूला बताया है। उनका कहना है कि यदि इस पर काम किया गया तो सरकार को योग्य एवं अनुभवी शिक्षक मिलेंगे और नियमितीकरण भी हो जाएगा। पढ़िए क्या लिखा है डॉ. ​त्रिपाठी ने अपने खुले खत में। 

प्रति, श्रीमान् मुख्यमंत्री महोदय,
मध्यप्रदेश शासन, भोपाल
महोदय, निवेदन है कि मई 2013 में मा0 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी आपने रायसेन अन्त्योदय मेले में यह घोषणा की थी कि जो अतिथि शिक्षक पूर्व पात्रता परीक्षा 2005 या 2008 या 2011 की उत्तीर्ण है एवं किसी भी शासकीय विद्यालय में कम से कम 03 सत्रों तक अध्यापन कार्य कर चुके है। उनकों अतिशीघ्र संविदा शिक्षक बनाया जायेगा लेकिन यह कार्य अभी तक नहीं हुआ है। 

प्रदेश में यह कार्य कर दिया जाये तो अतिथि शिक्षकों की समस्या का निदान हो जायेगा।  जिसकी निम्नानुसार पात्रताएं रखी जा सकती है।
1- पूर्व पात्रता परीक्षा 2005 या 2008 या 2011 की संबंधित विषय एवं वर्ग से उत्तीर्ण हो।
2- प्रशिक्षित यानि बीएड या डीएड हो।
3- जो किसी भी शासकीय विद्यालय में कम से कम 03 सत्रों तक यानि 600 दिन का अध्यापन कार्य किये हो।
4- जिसकी आयु  01.01.2018 को 50 वर्ष से कम हो।

ऐसे अतिथि शिक्षकों को कार्य किये गये विद्यालय में संविदा शिक्षक वर्ग 1, 2, 3 बनाने हेतु सुझाव सादर आपकी ओर प्रस्तुत है। इससे पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण, योग्य एवं अनुभवी अतिथि शिक्षकों के साथ मानवीय न्याय होगा एवं विभाग को बिना किसी प्रक्रिया के योग्य शिक्षकों की प्राप्ति हो जायेगी। 

डॉ0 वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी
सतना, मप्र
09993789525

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