
अतिथि शिक्षक संघ की ओर से बताया गया है कि प्रदेश अध्यक्ष शंभू चरण दुबे भोपाल में आशा कार्यकर्ताओं की मीटिंग ले रहे थे, तभी उन्हे बताया गया कि सीएम शिवराज सिंह ने उन्हे मिलने के लिए बुलाया है। इसके बाद उन्हे पुलिस हिरासत में ले लिया गया। फिर कोर्ट ले जाया गया। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि कोर्ट से उन्हे जेल भेज दिया गया है।
इसके बाद अतिथि शिक्षकों ने रिहाई के लिए ज्ञापन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गरोठ के अलावा कुछ अन्य स्थानों पर भी इस तरह के ज्ञापन दिए जाने की खबर आ रही है। इस मामले में आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि शंभुचरण दुबे को किस अपराध में गिरफ्तार किया गया। मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं।