जयपुर। केन्द्र सरकार के जीएसटी और नोटबंदी के फैसले को अब तक ऐतिहासिक बताने वाले प्रदेश भाजपा के नेता अब उपचुनाव में हुई करारी हार का ठीकरा भी जीएसटी और नोटबंदी के फैसले पर ही फोड़ रहे हैं। जी हां प्रदेश भाजपा मुख्यालय में उपचुनाव में हुई हार को लेकर हुई बैठक में उपचुनाव क्षेत्रों में विधानसभावार लगाए गए अधिकतर संगठन प्रभारियों ने हार की यही प्रमुख वजह बताई। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और सहसंगठन महामंत्री वी सतीश की मौजूदगी में हुई इस बैठक में हार की जिम्मेदारी लेने के बजाए इन संगठन प्रभारियों ने हार का ठीकरा स्थानीय भाजपा विधायकों, जनप्रतिनिधियों और ब्यूरोक्रेट्स की कार्यशैली पर भी फोड़ा।
हार के यह कारण सुनकर संगठन महामंत्री और सहसंगठन महामंत्री भी दंग रह गए। इस दौरान प्रभारियों के साथ ही अलवर,अजमेर और भीलवाड़ा के जिलाध्यक्ष भी मौजूद रहे। उपचुनाव में लगे संगठन प्रभारियों ने तो यह तक कह दिया कि यदि विधायक और जनप्रतिनिधी पूरे मनोयोग से उपचुनाव में लगते तो शायद बीजेपी की स्थिति इतनी खराब नहीं होती।
हालांकि बंद कमरे में हुई इस बैठक से मीडिया को दूर रखा गया तो वहीं बैठक खत्म होने के साथ ही इन नेताओं को यह भी चेता दिया गया कि वे इस मामले में मीडिया में कोई बयान न दे और बैठक की जानकारी गुप्त रखें। वहीं बैठक के बाद जब प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा हो रही है और जो निचोड़ निकलेगा उस पर शीर्ष नेतृत्व के साथ ही चर्चा होगी।