भोपाल। मध्य प्रदेश के रतलाम में इन दिनों सरकारी बाबुओं की कम्प्यूटर दक्षता परीक्षा चल रही है. परीक्षा में पास होने पर सरकारी नौकरी रहेगी और फेल होने पर कम्प्यूटर की बारीकियां सिखाई जाएगी. फिर भी बात नहीं बनी तो, 20-50 का फॉर्मूला लगाकर नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. इस परीक्षा के चलते अब जिले के कई सरकारी बाबुओं की नींदें उड़ी हुई हैं.
रतलाम कलेक्टर तन्वी सुन्द्रियाल के आदेश पर यह कवायद चल रही है. दरअसल, जिला प्रशासन की मंशा है कि उसके सभी कर्मचारी कम्प्यूटर और टेक्नोलॉजी के मामले में अपडेट रहे. ई-मेल से लेकर स्कैनिंग और प्रिंट आउट से लेकर इंटरनेट का उन्हें बखूबी ज्ञान हो. इसी बात को लेकर इन दिनों जिले के सभी सरकारी बाबुओं की कम्प्यूटर दक्षता परीक्षा ली जा रही है.
इतना ही नहीं कलेक्टर के आदेश में इस बात का भी जिक्र है कि कर्मचारी का व्यवहार जनता के प्रति कैसा है, वह अनुशासित है या नहीं और उसे नोटशीट लिखना आती है या नहीं. इन सभी पैमाने को आधार बनाकर उसे अंक दिए जाएंगे. इस सारी कवायद का उद्देश्य अच्छे और खराब कर्मचारियों की पहचान करना है. ऐसे में काम में पाबंद और अच्छी तरीके से अपने ड्यूटी करने वाले कर्मचारी खुश है, तो कुछ ऐसे भी कर्मचारी जो इसका विरोध कर रहे हैं.
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस परीक्षा का उद्देश्य कर्मचारियों को कम्प्यूटर की नई जानकारियां सिखाना हैं. आदेश का पालन नहीं करने वाले कर्मचारियों को सरकार के स्टैंडिंग आर्डर यानी 20 साल की नौकरी और 50 साल की उम्र वाले फॉर्मूले के तहत बाहर का रास्ता भी दिखा दिया जाएगा.