
इस मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा का कहना है कि कुल मिलाकर कपड़े खरीदकर मंत्रीजी को कुछ औऱ कमीशन खाना होगा. इसलिए उन्होंने जैकिट की बात कही है. जैकिट खरीदी नहीं जायेगी बस बिल आयेगा. उन्होंने कहा कि जिससे कपड़ा खरीदना है वो मंत्री को कमीशन दे दे तो गरीबों का पैसा बचेगा.
वहीं इस फैसले पर सरकारी शिक्षक नीना श्रीवास्तव का मानना है कि लुकवाईज़ एकरूपता ना देखी जाए. हम लोगों के विचारों में एकरूपता है. पहनावे से एकरूपता नही आती. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यूनिफॉर्म की ज़रूरत नहीं है.
एक और शिक्षिका का कहना है कि मंत्रीजी को नहीं मालूम कि एमपी में 60000 शिक्षकों की कमी है 16000 स्कूलों में एक शिक्षक है. 21वीं सदी में बच्चे नदीं तैरकर स्कूल जाते हैं. उस पर ध्यान देना चाहिए. टीचर के यूनिफ़ॉर्म पहनने से क्या हासिल होगा.