पथरिया/दमोह। भोपाल मेंं एक महिला अतिथि विद्वान पार्वती व्याग्रे द्वारा मुंडन संस्कार कराने की घटना के प्रति आज दमोह जिले के सभी सरकारी महाविद्यालयों में अतिथि विद्वानों ने सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट किया। एक महिला द्वारा अपने सिर के बालों को मुडवाने की घटना को सामाजिक रीति रिवाजों के खिलाफ मानते हुए उसके प्रति संवेदना और इस मुंडन संस्कार के लिये दोषी शिवराज सरकार की दमनकारी और कुषाग्रनीति के खिलाफ आज काला दिवस मनाया।
अतिथि विद्वानों ने अपने अपने महाविद्यालयों में प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा और कक्षाओं को कुछ देर तक बाधित कर महाविद्यालय की तालाबंदी की। शासकीय पी जी कालेज में अतिथि विद्वानों ने प्राचार्य डॉ रेवा चौधरी को तथा शासकीय कमला नेहरू महिला महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ के. पी. अहिरवार को अतिथि विद्वानों ने ज्ञापन सौप कर घटना के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। वहीं पथरिया महाविद्यालय में अतिथि विद्वानों के साथ बढी संख्या में छात्र छात्राओं का भी गुस्सा शिवराज सरकार पर फूटा।
छात्राओं ने इस घटना को सामाजिक संस्कारों और नारी शक्ति पर सरकार की असंवेदनशीलता बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार महिलाओं द्वारा केश दान अर्थात मुंडन कराने जैसी घटना सरकार द्वारा नारी का शोषण से कम नहीं है ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिये। यहां प्राचार्य डॉ. जी. पी. चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया। गौरतलब है कि 11.02.18 रविवार को भोपाल के नीलम पार्क में अतिथि विद्वान महासंघ के तत्वाधान में अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर चल रहे प्रदेश व्यापी आंदोलन में पूरे प्रदेश से अतिथि विद्वान यहां एकत्रित हुए थे जहॉ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मूं बोली भांजियों ने जूते पालिश किये थे तथा एक महिला अतिथि विद्वान ने दुखित और व्यथित होकर तथा लंबे समय से सरकार द्वारा किये जा रहे शोषण के खिलाफ अपना सिर मुडवा लिया। जिले के हटा जबेरा और तेंदूखेड़ा में इस घटना के विरोध की खबर है।