
ये है योजना
स्पेशल ट्रेनों में पैसेंजर की भीड़ अधिक होने पर इसका किराया 15 फीसदी से अधिक तब बढ़ा दिया जाएगा। वहीं आम दिनों में जब इन ट्रेनों में पैसेंजर की संख्या कम या फिर खाली सीट होने पर किराया 10 से 15 फीसदी कम कर दिया जाएगा। हालांकि रेलवे अभी भी सामान्य ट्रेनों के रिजर्वेशन चार्ट सिस्टम में ट्रेन रवाना होने के 30 मिनट पहले बनने वाले चार्ट में खाली सीटों पर किराए में 10 फीसदी की छूट दे रहा है।
स्पेशल ट्रेनों से वसूलते हैं 15 से 30 फीसदी तक किराया
रेलवे एक्सपर्ट के मुताबिक समर स्पेशल ट्रेनों में पहले से ही पैसेंजर से अधिक किराया लिया जा रहा है। साधारण किराए से लेकर तत्काल और प्रीमियम किराए के तौर पर पैसेंजर को 15 से 30 फीसदी तक ज्यादा किराया देना होता है। कई ट्रेनों में फ्लेक्सी किराया सिस्टम लागू है। यानी 100 फीसदी सीटों में 50 फीसदी सीट कन्फर्म होने तक साधारण किराया लिया जाता है, इसके बाद जैसे-जैसे सीटें कम होती हैं, किराया बढ़ता जाता है।
इन स्पेशल ट्रेनों में मिलेगी राहत
जबलपुर से मुम्बई- लंबी दूरी होने की वजह से कम पैसेंजर सफर करते हैं।
जबलपुर से अटारी स्पेशल- पैसेंजर की संख्या रेलवे के मुताबिक नहीं बढ़ रही।
इन स्पेशल ट्रेनों में देना होगा अधिक किराया
जबलपुर से पुणे - जबलपुर से पुणे के लिए एक ही स्पेशल है, जिसमें भीड़ अधिक होती है।
जबलपुर से संतरगाछी- जबलपुर से हावड़ा जाने के लिए यह ट्रेन बाकी ट्रेनों से बेहतर है। इसलिए भीड़ भी अधिक होती है।