
क्यूआर कोड में छात्र की फोटो सहित मार्कशीट की पूरी डिटेल मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि क्यूआर कोड से कहीं से भी मार्कशीटों का वेरिफिकेशन किया जा सकेगा। इससे भविष्य में आने वाली समस्याओं से छात्रों को निजात मिलेगी। मध्यप्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहां क्यूआर कोड का प्रयोग किया गया है।
परीक्षाओं में होगा तीन दिन का गैप
वहीं इस बार मानसिक तौर पर विकलांग, मूक बधिर बच्चों के लिए परीक्षा कराने का अलग से टाइम टेबल बनाया गया है। जिसके तहत परीक्षाओं के बीच में कम से कम 3 दिन का गैप रखा जाएगा। साथ में वो अपने सहयोग के लिए किसी राइटर को ले जा सकते हैं, और उन्हें 1 घंटे का अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा। स्पेशल बच्चे अपने साथ लैपटॉप या आईपैड भी ले जा सकते हैं। बशर्ते उसमें कोई डेटा ना हो।