
राजनीतिक विशलेषकों की मानें तो पूर्व सीएम गहलोत ने इशारों-इशारों में ही पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के सीमए पद की दावेदारी पर साधा निशाना साधा है। बता दें कि पायलट को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही उनके सीएम पद की दावेदारी की भी अटकलें लगाई जाती रही हैं। हालांकि गहलोत ने साफ कह दिया है कि 'सीएम कौन बनेगा इसका फैसला बाद में होगा, पहले सरकार तो बना लें'।
गहलोत ने इस मसले पर कहा कि मीडिया कर्मी प्रदेशाध्यक्ष को सीएम का ख्वाब दिखा देते हैं, मुझे भी दिखाया गया था. लेकिन मैं उनसे बच निकला और सीएम बन गया. उन्होंने कहा कि मैंने कभी सीएम पद के लिए सिफारिश या लॉबिंग नहीं की, मैं सिचुएशन के कारण सीएम बना.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज रामगढ़ जाते समय सीकर के सर्किट हाउस में बातचीत के दौरान खुद का जादूगर बताया. मीडिया से रुबरु होते हुए गहलोत ने मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा कि देखने में आता है कि प्रदेश अध्यक्ष बनते ही मीडिया वाले लोग प्रदेशाध्यक्ष को सीएम का ख्वाब दिखा देते हैं. जिससे पार्टी को भारी नुकसान होता है.
जनता के बीच रहकर बताना होगा कि बीजेपी का विकल्प है
उन्होंने कहा कि हमें जनता के बीच रहकर काम करने होंगे. वर्तमान में काम की खासी जरूरत है. तभी जाकर के विकल्प के रुप में जनता को नजर आएंगे. एकबार सरकार तो बने, उसके बाद राष्ट्रीय नेतृत्व निर्धारित करेगा मुख्यमंत्री कौन बनेगा?