
लड़कियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
बता दें, 11 जनवरी को थाना अछनेरा की तीन लड़किया घर से निकली थी और उसके बाद घर नहीं पहुंची थी। छात्राओं के लापता होने के बाद परिजनों ने छात्रा की एक सहेली के ऊपर आरोप लगाया था। उनका कहना था कि यह लड़की मोबाइल रखती है और इसने ही उन्हें बहका कर कहीं भेजा है। पुलिस द्वारा सहेली से पूछताछ पर भी सहेली से कोई सुराग नहीं मिला था और पुलिस खाली हाथ थी। बुधवार को दोपहर में एक छात्रा ने अपने घर पर फोन कर अपने सकुशल होने की जानकारी अपनी मां को दी थी। जब बेटी ने अपनी मां को फोन किया उसके बाद पुलिस हरकत में आई और मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने के बाद लड़कियों को बरामद कर लिया गया।
पढ़ने से रोकते हैं पिता, कहीं आने-जाने पर भी है रोक
लड़कियों ने बताया, ''पापा पढ़ने से रोकते हैं। साथ ही कहीं जाने भी नहीं देते हैं। परेशान होकर घर से 5 हजार रुपए, गले की चेन और झुमके पहनकर 11 जनवरी को घर से भागे। बाहर निकलकर पहले काम की तलाश में झांसी गए और काम न मिलने पर वहां से गोवा पहुंच गए। जब कहीं कोई काम नहीं मिला तो लौटकर आगरा के एक होटल में आ गए। यहां एक की स्कूल में 1700 रुपए और दूसरी की एक मॉल में 2500 रुपए पर नौकरी की बात हो गई थी। पैसे खत्म होने पर अपनी अंगूठी और चूड़ियां बेचकर काम चलाया।
अभी भी फैमिली के साथ नहीं रहना चाहती लड़कियां
बता दें, लड़कियां अभी भी अपने परिवार वालों के साथ रहने को तैयार नहीं हैं। पुलिस ने लड़कियों को नारी निकेतन भेज दिया और आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। लड़कियों ने अपने साथ कहीं कुछ गलत न होने की बात कही है। लड़कियों का कहना है कि वो औरों की तरह आजादी चाहती हैं, लेकिन फैमिली यह मौका नहीं देते, इसलिए उनके साथ नहीं रहना चाहते।
क्या कहती है पुलिस ?
एसओ अछनेरा अजय के मुताबिक, ''11 जनवरी से लड़किया लापता थी। गुमशुदगी दर्ज होने पर पुलिस उन्हें तलाश रही थी। लड़कियों की लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने बुधवार की रात छापा मारकर इन्हें आगरा ईदगाह के एक होटल से बरामद किया। लड़कियां अपनी आईडी पर होटल में रह रही थीं और लड़कियों ने पूछताछ में घर की सख्ती के कारण खुद घर से जाने की बात बताई है।