
उन्होंने कहा कि हजयात्रा के लिए महिलाओं को किसी पुरुष संरक्षक के साथ यात्रा करने का नियम था, परंतु उन्होंने यह नियम रद्द कर दिया है। अब मुस्लिम महिलाएं अकेले बिना किसी पुरुष के हजयात्रा पर जा सकतीं हैं। मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 2017 के अंतिम संस्करण में रविवार को कहा कि मैंने देखा है कि अगर कोई मुस्लिम महिला हज यात्रा के लिए जाना चाहती है तो वह बिना 'महरम' (एक पुरुष संरक्षक) के नहीं जा सकती।
उन्होंने कहा कि और जब मैंने इस बारे में पता किया तो मुझे पता चला कि वह हम लोग ही हैं, जिन्होंने महिलाओं के अकेले हज पर जाने पर रोक लगा रखी है। इस नियम का कई इस्लामिक देशों में अनुपालन नहीं किया जाता।
मोदी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय ने यह प्रतिबंध हटा लिया है और अब मुस्लिम महिलाओं को बिना किसी पुरुष संरक्षक के हज यात्रा करने की अनुमति होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक, 1,300 महिलाएं बिना महरम के हज यात्रा करने के लिए आवेदन कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पुरुषों की तरह समान अवसर मिलने चाहिए।