
आपको बताते हैं प्रदेश में 1952 से लेकर अभी तक पांच सीएम हुए हैं जो क्लीन शेव रहे और मूछ नहीं रखते थे। यही वजह है कि जनता में चर्चा शुरू हो गई कि सीएम बिना मूंछ के ही हुए तो जयराम ठाकुर, प्रेम कुमार धूमल व सुरेश भारद्वाज को सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और अजय जमवाल मूंछें रखते हैं।
अगर प्रदेश के पहले सीएम और हिमाचल निर्माता डा. यशवंत सिंह परमार की बात करें तो वह भी क्लीन शेव रहते थे और मूछें नहीं रखते थे। उसके बाद प्रदेश में दो बार सीएम ठाकुर रामलाल की भी मूंछें नहीं थी। उनके बाद जनता पार्टी के राज और बाद में भाजपा राज में शांताकुमार की भी की भी मूंछें नहीं थी वह अभी भी क्लीन शेव ही रहते हैं। प्रदेश में पांच बार छह बार सीएम रह चुके वीरभद्र सिंह भी मूंछें नहीं रखते हैं। ऐसे में प्रदेश में जनता में बिना मूंछ के सीएम की चर्चा होना लाजमी ही लगता है।