
बता दें कि गुजरात में कांग्रेस 77 सीटों पर सिमट गई जबकि जिस तरह की लहर चल रही थी, राहुल गांधी का नेटवर्क आश्वस्त था कि 125 से ज्यादा सीटें आने वाली हैं। चुनाव प्रचार के दौरान मणिशंकर अय्यर का बयान और डिनर पार्टी के अलावा कपिल सिब्बल का बयान भी आया। चुनावी नतीजों के बाद समीक्षों ने बताया कि इसके कारण कांग्रेस को थोड़ा नुक्सान हुआ।
राहुल गांधी भी मानते हैं कि अय्यर और सिब्बल के कारण थोड़ा नुक्सान हुआ परंतु यह इतना नहीं था कि 125 से 77 पर आ जाए। राहुल गांधी के पास पहुंची एक गोपनीय रिपोर्ट में उन सभी कांग्रेसी दिग्गजों के चिट्ठे फाइल किए गए हैं जिन्होंने चुनाव के दौरान कांग्रेस को हराने के लिए काम किया। इनमें से कुछ ऐसे हैं जो कांग्रेस का झंडा उठाकर कुछ इस तरह के काम कर रहे थे कि कांग्रेस को नुक्सान हो। जल्द ही इन सभी को लूपलाइन में डाल दिया जाएगा और गुजरात में एक नया नेतृत्व दिखाई देगा। राहुल गांधी ने आज अहमदाबाद में इस बात के संकेत भी दे दिए।