
8 दिसम्बर को रेंहटी थाने के बोरदा खेडा स्थित नहर के किनारे पुलिस को एक क्षत-विक्षत अज्ञात लाश मिली। जांच में मालूम चला कि यह लाश रेंहटी निवासी 35 वर्षीय दिनेश सेन की है। सूचना के बाद लाश की शिनाख्त करने पहुंचे मृतक के छोटे भाई अनिल सेन पुलिस के सामने बेहोश हो गए। तब तक पुलिस के लिए यह हत्या एक ब्लाइंड मर्डर ही था। मगर जैसे जैसे पुलिस की पड़ताल आगे बड़ी तो शक की सुई उसके छोटे भाई अनिल के इर्द गिर्द ही आकर ठहर गई।
रेंहटी थाना पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की वह आखिर टूट गया और फिर उसने जो सच बताया तो उसे सुनकर पुलिस भी अवाक रह गई। आरोपी अनिल ने बताया कि उसने एक दिन अपनी आँखों से जब अपनी पत्नी के साथ अपने बड़े भाई को हमबिस्तर देखा तो मन विचलित हो गया। बस मन बना लिया की भाई की दुष्टता का बदला लेना है।
फिर छोटे भाई ने अपने बड़े भाई की हत्या की सुपारी 2 लाख में सलकनपुर निवासी सुपारी किलर बलराम केवट को देकर तय किया और एडवांस में 10 हजार रूपये भी दे दिए। बस फिर क्या था आरोपी बलराम केवट 6 दिसंबर को अनिल के घर पहुंचा और उसके बड़े भाई दिनेश सेन अपनी बाइक बैठाकर रेंहटी थाने के बोरदा खेडा स्थित नहर के किनारे ले गया और वहां उसकी हत्या करके क्षत-विक्षत लाश को फेंककर रफूचक्कर हो गया।
आख़िरकार लाश की सूचना पर 8 दिसम्बर को रेंहटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। अज्ञात लाश की शिनाख्ती हुई और फिर दरकते समाज की इस काली दास्तान का पूरा सच सामने सका। जिले के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने इस हत्या कांड का खुलासा किया।