
गौरतलब है कि पूर्व सचिव बीएस बासवान समिति ने अधिकतम आयु को घटाकर 26 साल करने की सिफारिश की थी, लेकिन मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है।सिविल सेवा में बैठने के लिए न्यूनतम आयु 21 साल है। सामान्य उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयुसीमा 32 साल, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 35 साल, अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 37 साल तथा दिव्यांगों के लिए 42 साल है। लेकिन इसमें शर्त यह है कि सामान्य उम्मीदवार को अधिकतम छह मौके, ओबीसी को नौ मौके मिलेंगे।
अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए मौकों की सीमा नहीं है। आयु सीमा का दायरा व्यापक होने के कारण करीब हर साल 12 लाख उम्मीदवार सिविल सेवा प्राथमिक परीक्षा में बैठते हैं। जिसमें सफलता की दर 0.1 फीसदी है। मुख्य परीक्षा में करीब 40-45 हजार उम्मीदवार पहुंचते हैं जबकि साक्षात्कार के बाद चयन तकरीबन एक हजार उम्मीदवारों का होता है। सेवाएं-आईएएस, आईपीएस समेत कुल 24 सेवाओं के लिए यह परीक्षा होती है। इसमें 19 सेवाएं समूह ए तथा पांच सेवाएं समूह बी की हैं।