
वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने बैठक में कहा कि, '1998 में जब सोनिया जी आयीं थी, तब से अब का दौर काफी बदल चुका है। तब वाजपेयी जैसे सॉफ्ट नेता से मुकाबला था, अब सामने टीम मोदी है, जो आक्रामक है और जीतने के लिए स्तर नहीं देखती। इसलिए हमको भी आक्रामक होकर लड़ना होगा।
आरपीएन सिंह ने दो टूक कहा कि, कांग्रेस पार्टी में फैसला करने में देरी होने से नुकसान होता है। जब तक फैसला होता है, कई बार देर हो चुकी होती है। फैसला नहीं लेना कोई फैसला नहीं होता, इसलिए जो भी फैसला हो वो तुरन्त हो। अगर गलत हो जाए तो उसको बदल लिया जाए लेकिन फैसला टाला ना जाए।
ऑस्कर फर्नान्डीज ने कहा हमें धरने-प्रदर्शन और दमदार विरोध पर जोर देना होगा। तभी पार्टी बीजेपी को 2019 में बीजेपी को पटखनी दे पाएगी। वहीं सीपी जोशी ने कहा कि, 'तकनीक के इस दौर में मोदी से टकराने के लिए हम सबको और पार्टी को वैज्ञानिक तरीके से तकनीक का भी सहारा लेना होगा।