शुक्र का राशि परिवर्तन: 7 राशियों के लिए शुभ, 5 के लिए अशुभ | JYOTISH

दैत्यगुरु शुक्र महाराज धनु राशि मे प्रवेश कर चुके हैं, इस राशि मे उनके परम मित्र व परम शत्रु दोनो ही विराजमान हैं। इसके अलावा शुक्र महाराज देवगुरु की मूलत्रिकोण राशि मे बैठे हैं। इसके अलावा देवगुरु शुक्र महाराज की मूल त्रिकोण राशि मे बैठे है। एक तरह से दोनों गुरु एक दूसरे की मूल त्रिकोण राशि मे राशि परिवर्तन करके बैठे है। आइये देखते है यह राशि परिवर्तन विश्वव्यापार तथा सभी राशियों के लिये क्या परिणाम देने वाला है। विलासिता ऐश्वर्य ज्ञान और धर्म का अदभुत संगम देखने को मिलेगा। विलासिता ऐश्वर्य,फिल्म फैशन जगत मे देव गुरु का प्रभाव पवित्रता,आद्यात्म तथा धर्म, अध्यात्म की जगह नृत्य, विलासिता ऐश्वर्य देखने को मिलेगा। कीमती धातुओं मे तेजी देखने को मिलेगी। स्त्री वर्ग का मान सम्मान बडेगा, वहीं शिक्षक, गुरु, धर्म आचार्य लोगों का चारित्रिक पतन देखने को मिलेगा।

सभी राशियों के लिये परिणाम
मेष -परिवार मे मांगलिक कार्यों का योग,शादी विवाह उत्सव आदि सम्भव।
वृषभ-गूढ़ और जटिल समस्याओं को सुलझाने मे समय बीतेगा, शारीरिक स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।
मिथुन-प्रेम प्रसंग विवाहादि का योग,आमोदप्रमोद उत्सव मे समय व्यतीत होगा।
कर्क-धार्मिक आर्थिक कार्यों मे आने वाली समस्याओं को हल करना पड़ेगा।
सिंह-शिक्षा के क्षेत्र मे मान सम्मान की वृद्धि होगी,मित्रों से सहयोग मिलेगा।
कन्या-सामाजिक मान सम्मान और धन वृद्धि का योग,आर्थिक सफलता मिलेगी,मांगलिक कार्यों का योग।

तुला-कोर्ट कचहरी,रोग चिकित्सा आदि समस्या निवारण के लिये यात्रा आदि का योग।
वृश्चिक-आर्थिक क्षेत्र मे उन्नति का योग,आय व्यय दोनो का समान योग,मांगलिक कार्यों का योग।
धनु-मान सम्मान विलासिता ऐश्वर्य मे वृद्धि के योग,नवीन वस्त्र आभूषणों का योग।
मकर-शिक्षा नीतिगत सलाह,कोर्ट कचहरी विवाद या अन्य सलाह के लिये भागदौड़ का योग।
कुम्भ-सुख सुविधा,वाहन प्राप्ति का योग,आमदनी के स्त्रोत अच्छा लाभ देंगे।
मीन-गूढ़ जटिल कार्यों मे समय व्यतीत होगा,कला अध्यात्म के कार्यों की ओर झुकाव मे वृद्धि होगी।
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