
गोविंदपुरा पुलिस के अनुसार राहुल चतुर्वेदी पिता अरविंद चतुर्वेदी इंडस टाउन मिसरोद में रहते हैं और ठेकेदारी करते हैं। सितंबर महीने में उन्हें अर्चना नागर मिली। अर्चना पुलिस निरीक्षक है और वर्तमान में सायबर सेल में पदस्थ है। अर्चना पर कुछ माह पहले मारपीट का मामला दर्ज हुआ था, इसके बाद भी उसे निलंबित नहीं किया गया। अर्चना ने राहुल को बताया कि उसे हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पार्किंग का ठेका मिला है, उसमें पार्टनर की तलाश है। राहुल ने पार्टनर बनने की हां की तो अर्चना नागर और उसके पिता बसंत नागर ने उससे 26 लाख रुपए ले लिए।
कुछ माह तक अर्चना ने राहुल को बातों में उलझाए रखा। बाद में राहुल ने मौके पर जाकर पता किया तो पता चला कि वहां ठेके में कोई और पार्टनर हो गया है। मामले की जांच मिसरोद एसडीओपी विजय पहुंच को सौंपी गई थी। उनकी जांच के बाद गोविंदपुरा थाने में पुलिस इंस्पेक्टर अर्चना नागर और उनके पिता बसंत नागर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि अर्चना नागर ने अपने पिता के नाम पर भोपाल रेलवे स्टेशन के पार्किंग का ठेका ले रखा है। वहां एक महिला रेल कर्मचारी को पीटने के आरोप में अर्चना नागर पर जीआरपी भोपाल में केस दर्ज है।