
साथ ही पदोन्नति वेतन हटाकर अगले स्तर का वेतन कर दिया गया है, जिससे कर्मचारियों का काफी नुकसान हुआ है। यही वजह है कि परिषद ने आंदोलन का निर्णय लिया है। इस कड़ी में कर्मचारी एक से सात दिसंबर तक हस्ताक्षर कर कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। साथ ही परिषद के अध्यक्ष ठाकुर प्रहलाद सिंह, महामंत्री प्रदीप कोहली, जिलाध्यक्ष दून ओमवीर सिंह, जिला मंत्री पीएल बडोनी सचिवालय पर क्रमिक अनशन करेंगे। यदि इसके बाद भी संगठन की मांग पूरी नहीं की जाती है तो परिषद आंदोलन को अनिश्चितकालीन रूप देगी। बताया कि इस आंदोलन में उत्तराखंड के 215 संवर्ग के राज्य कर्मचारी भाग ले रहे हैं।
उहापोह की स्थिति
हरिद्वार में कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार को लेकर जिले में उहापोह की स्थिति है। एक तरफ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कुछ कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं तो उत्तरांचल फेडरेशन मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन ने खुद को इससे अलग रखा है। इससे कार्य बहिष्कार का मिला जुला असर है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव ने बताया सरकार की वादाखिलाफी के चलते प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर कार्य बहिष्कार किया जा रहा है।