
14 नवंबर को उसने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद बीते 15 नवंबर को परिजन उसे घर लेकर आए। आते ही पति अशोक पूनिया ने बेटी को उससे छीन लिया और बाल्टी में भरे पानी में डुबोकर उसकी हत्या कर दी। उसने विरोध किया तो उसके साथ पति व परिजनों ने जमकर मारपीट की। बेटी की हत्या के बाद पिता ने उसको मिट्टी में दफना भी दिया और घर से फरार हो गया।
पुलिस के अधिकारी एसडीएम को साथ लेकर शुक्रवार सुबह मुक्तिधाम पहुंचे और मासूम के शव को बाहर निकलवाया। चूरू के डीबी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया। इस बीच तारानगर पुलिस ने फौजी पिता कोपूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। प्रियंका ने बताया कि दूसरी बेटी के पैदा होने से वह खुश नहीं था। पति ने उससे दस लाख रुपए भी मांगे। उसका कहना था कि दो-दो बेटियां हो गई हैं। इनके पालन-पोषण के लिए रुपयों की आवश्यकता है।