भोपाल। उसकी उम्र मात्र 10 साल है लेकिन पिछले 1 साल से जिस नर्क को उसने भोगा है, उस पीड़ा को महसूस करने पर भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं, धड़कनें बढ़ जातीं हैं। वो बताती है कि स्कूल से लौटते ही सुमन आंटी चॉकलेट देने के नाम पर बुलातीं। स्कूल नहीं जाती तो अंकल घर के पास आकर खड़े हो जाते, जैसे ही निकलती मुंह दबाकर उठा ले जाते। फिर सुमन आंटी के यहां तीनों अंकल कभी बियर पिलाते तो कभी खुद शराब पीकर सुमन आंटी के सामने बारी बारी रेप करते। मना करो तो बेल्ट से मारते थे। लगातार 1 साल तक गैंगरेप होने के कारण 10 साल की मासूम लड़की जिंदा लाश की तरह हो गई है।
पत्रकार आनंद दुबे की रिपोर्ट के अनुसार जहांगीराबाद इलाके में गैंग रेप का शिकार बनी 10 साल की बच्ची की आपबीती दिल दहला देने वाली है। 14 साल की बड़ी बहन और मां के साथ किराए के घर में रहने वाली इस बच्ची के सिर से डेढ़ वर्ष पहले पिता का साया भी उठ चुका है। वह घर से कुछ दूर बने स्कूल में 5वीं कक्षा में पढ़ने जाती थी लेकिन लगातार उसके साथ हो रही दरिंदगी के कारण वह एक माह से स्कूल भी नहीं जा पा रही थी।
पान वाला और पंडित उठा ले जाते थे
उसने बताया पहले स्कूल की छुट्टी होते ही सुमन आंटी उसे चाकलेट का लालच देकर कमरे पर बुलाती थी। कमरे में जाते ही वह बाहर से दरवाजा बंद कर देती थी। कमरे के अंदर पंडित और पानवाला पहले से रहता था। वे लोग डरा-धमकाकर उसके साथ गंदा काम करते थे। जब वह स्कूल नहीं जाती थी तो पंडित और पान वाला उसके घर के पास की गली में चक्कर लगाते रहते थे। जैसे ही वह गली में जाती थी उसे उठाकर सुमन आंटी के कमरे पर ले जाते थे। कमरे में नन्नू दादा बैठकर शराब पीता रहता था। कभी-कभी वे लोग उसे जबरन बीयर भी पिला देते थे। सुमन आंटी उसे जबरन कुछ गोलियां भी खिला देती थी।
बड़ी मुश्किल से आधी रोटी खाती थी, फर्श पर ही बेसुध होकर सो जाती थी
वे नरपिशाच मौका मिलते ही मासूम को रौंदने लगते थे। इससे उसकी हालत काफी खराब होती जा रही थी। उसकी मां और बड़ी बहन ने बताया कि बच्ची ने खाना-पीना तो छोड़ ही दिया था। रात में जब वह घर लौटती थी तो बड़ी मुश्किल से आधी रोटी खाते-खाते फर्श पर ही सो जाती थी। करीब एक हफ्ते पहले जब उसकी हालत काफी खराब दिखी तो मां ने बड़े प्यार से उससे पूछताछ की। तब उसने डरते-डरते सब कुछ बता दिया।
मां को मार देंगे, तुझे और तेरी बहन को बेच देंगे
सुमन आंटी और तीनों लोग बच्ची को डराते थे। वे धमकी देते थे यदि किसी को कुछ बताया तो तेरी मां को मार डालेंगे और तुझे और तेरी बहन को बेच देंगे। घटना के बारे में उसकी मां ने जब थाने चलने को कहा, तब भी बच्ची सहम गई थी और मां से बोली थी शिकायत करने पर वे लोग तुम्हें मार देंगे।
इलाज के लिए मदद की दरकार
मां एक केंटीन में काम कर किसी तरह बच्चियों का पेट पाल रही है। लगातार हैवानियत का शिकार बनी बच्ची की शारीरिक स्थिति भी काफी खराब है। इलाज के नाम पर अभी सिर्फ केस के सिलसिले में उसका मेडिकल भर हुआ है। सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने से उसके किसी गंभीर बीमारी का शिकार होने की भी आशंका है। मजबूर मां का कहना है कि वह बड़ी मुश्किल से किसी तरह घर का खर्च चला पा रही है। अभी बेटी के इलाज के लिए उसके पास रुपए नहीं हैं। प्रशासन से भी उसे अभी किसी तरह की मदद नहीं मिली है।
दुष्कर्मियों को मिले फांसी की सजा
बच्ची की मां और बहन का कहना है कि दुष्कर्मियों को हर हाल में फांसी की सजा मिलना चाहिए। इस तरह के लोग यदि समाज में लौटेंगे तो फिर किसी मासूम का जीवन खराब करेंगे। गौरतलब है कि दो दिन पहले जहांगीराबाद पुलिस ने बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में सुमन, नन्नाू दादा, ज्ञानेंद्र पंडित, गोकुल चौरसिया को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।