
आयोजित सभा को संबोधित करते हुये खोंगल ने कहा कि कर्मचारी जगत के इतिहास मे यह पहला अवसर है जब सरकार ने 13 लाख कर्मचारियों मे से केवल 4 लाख 37 हजार कर्मचारियों को ही 7 सांतवा वेतनमान देने के आदेश जारी किए है। कर्मचारियों मे सरकार के प्रति तीव्र आक्रोश व्याप्त है। इसका खामियाजा भुगतने सरकार को तैयार रहना चाहिए। जिन मांगों के लिए सदबुद्धि यज्ञ किया गया। उनमे अग्रवाल वेतन आयोग की अनुशंसाए लागू करने। अनुकम्पा नियुक्ति के 18 हजार लंबित प्रकरणो के निराकरण हेतु विशेष अभियान चलाने।
एक समान सेवानिवृत्त आयु, सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम निर्णय होने तक अंडर टेकिंग लेकर पदोन्नत देने,दुग्ध संघों के ठेका श्रमिकों को स्वीकृत पदों पर नियमित करने कार्यभारित कर्मचारियों को स्वीकृत समयमान वेतनमान तथा सेवानिवृत्त पर अवकाश नगदीकरण का लाभ सभी वर्गों के कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों और ग्रेड में सुधार तथा 2 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एंव सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि करने की मांगे प्रमुख है।