भोपाल। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश व्यास एवं उनके साथ आए पुलिस अधिकारी पर होटल द आयेसिस के कर्मचारियों को 4 घंटे तक बंधक बनाकर पीटने का आरोप लगा है। पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया है परंतु पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने में 6 घंटे लगाए और अपने हिसाब से कहानी बनाकर मामला दर्ज कर लिया। उनके बयानों के आधार पर धाराएं नहीं लगाईं। आरोपियों में वकील के अलावा पुलिस अधिकारी और शेष आरोपियों के नाम का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है।
सीसीटीवी में कैद हुई सारी वारदात
एमपी नगर जोन-2 में होटल द आयेसिस में 27 वर्षीय पवन वेटर हैं। पूरी घटना उन्हीं की जुबानी- "रात करीब 1 बजे राजेश व्यास और एक पुलिसकर्मी समेत चार लोग आए। उनके आर्डर पर हमने उन्हें शराब दी। बाद में ऑर्डर पर खाना लगा दिया। वर्दी पर जैकेट पहने और कमर में पिस्टल लगाए पुलिसकर्मी की ओर इशारा करते हुए राजेश बोले- यह एमपी नगर के नए टीआई साहब है। होटल चलाना है तो एक लाख रुपया महीना देना होगा और हां अपने मालिक को बुलाओ। खाना सर्व करने के दौरान उन्होंने मुझसे मारपीट शुरू कर दी।
उनके कहने पर 50 वर्षीय मैनेजर मनोज द्विवेदी को बुला लाया। उन्होंने हॉल में आए एक और वेटर को चाटा मार दिया। इससे पहले कि वे उसे बंद कर पाते। वह भाग निकला। उन्होंने हमें हॉल में बंद कर लिया और फिर कभी कुर्सी पर बैठाकर तो कभी फर्श पर पटककर लात घूंसों से मारते रहे। सुबह करीब 5 बजे तक वह मारपीट करते रहे।
इस दौरान पुलिसकर्मी के पास रिवाल्वर होने के कारण हम उनका विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सुबह करीब 5 बजे किसी तरह बचकर बाहर भाग गए। होटल खाली होने के कारण राजेश भी उसके बाद अपने दोस्तों के साथ होटल से चले गए। होटल संचालक राजेश गुप्ता को बताने के बाद सुबह 10 बजे थाने शिकायत करने आया, तो पुलिसकर्मी मेडिकल के लिए जेपी अस्पताल ले गए। आंख के डॉक्टर नहीं होने के कारण शाम 5 बजे बुलाया। शाम को भी डॉक्टर नहीं मिले। अब सोमवार को मेडिकल किए जाने की बात कह रहे हैं।
दिनभर भटके, नहीं हो सका मेडिकल
घटना के बाद पुलिस पीड़ित 27 वर्षीय पवन कुमार और 50 वर्षीय मनोज द्विवेदी को मेडिकल के लिए जेपी अस्पताल ले गए। आंख के डॉक्टर नहीं होने के चलते घायलों को शनिवार शाम पांच बजे दोबारा बुलाया गया, लेकिन शाम को भी डॉक्टर नहीं मिले। पीड़ित का सोमवार को मेडिकल होगा।
6 घंटे बाद हुई आधी FIR
पवन ने बताया कि वे सुबह 10 बजे शिकायत करने एमपी नगर पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस को मारपीट के सीसीटीवी वीडियो दिखाए। उसके बाद उन्होंने घटनाक्रम पूछा, लेकिन उन्होंने अपने मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर ली। छह घंटे मशक्कत करने के बाद भी अड़ीबाजी की धारा नहीं लगाई। हमारे कर्मचारियों को कभी मेडिकल के लिए भेज देते हैं तो कभी किसी और काम के लिए। दोपहर एक बजे से थाने में खड़े हैं। वीडियो देने के बाद भी एफआईआर करने में छह घंटे लगा दिए। अड़ीबाजी की धारा ही नहीं लगाई।
राजेश गुप्ता, संचालक, होटल द आयेसिस