
दरअसल देहात थाना पुलिस ने कुछ दिन पहले राहुल शर्मा पर मारपीट का मामला दर्ज किया था। मामला जमानती धाराओं में दर्ज था अत: थाने से ही जमानत मिलने वाली थी। जमानत की सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद सब इंस्पेक्टर जमानत देने के बदले में 10 हजार रुपए की मांग कर रहे थे। राहुल शर्मा ने इसकी शिकायत लोकयुक्त एसपी को की. इसके बाद लोकायुक्त ने राहुल को एक टेप रिकॉर्डर दिया, जिसमें रिश्वत की पूरी बातचीत रिकॉर्ड कर ली गई।
इस रिकॉर्डिंग के आधार पर लोकायुक्त ने सब इंस्पेक्टर को ट्रैप करने की योजना बनाई और इस योजना के तहत राहुल पांच हजार रुपया लेकर देहात थाने पहुंचा। जैसे ही सोनीलाल माथुर ने पैसे लेकर जेब मे रखे तभी लोकायुक्त की टीम ने सब इंस्पेक्टर को पकड़ लिया। उनकी जेब से 5 हजार रुपए जब्त किए गए। फरियादी के अनुसार उसके खिलाफ मारपीट का झूठा केस दर्ज किया गया है।