
12 साल से इस परीक्षा की तैयारी कर रहे एक अभ्यर्थी ने भोपाल समाचार को अपनी पीड़ा लिख भेजी है। पढ़िए क्या कुछ लिखा है इसमें:
सविनय निवेदन है कि में विजयपाल सिंह राजपूत निवासी नसरुल्लागंज जिला सीहोर हूँ। श्रीमान में विगत 12 वर्षों से पटवारी परीक्षा के लिए प्रयत्न शील हूं। 2005 की भर्ती परीक्षा में मेरा मेरिट में चयन हुआ किन्तु कंप्यूटर डिप्लोमा अमान्य कर दिया गया। उस समय मेरे पास essar computer सिहोर से किया गया 1 वर्षीय dca का डिप्लोमा था। उसके बाद मैंने राजीव गांधी कंप्यूटर साक्षरता मिशन से कंप्यूटर डिप्लोमा किया क्योंकि 2005 में यह डिप्लोमा स्वीकार किया गए थे। उसके बाद जब अगली बार भर्ती आयी तो यूजीसी से मान्यता प्राप्त कंप्यूटर डिप्लोमा मांगे गए।
2015 में मैने RKDF विश्वविद्यालय से 1 वर्षीय कंप्यूटर का डिप्लोमा किया और तैयारी जारी रखी। महोदय 28 अक्टूबर को जब भर्ती की नोटिफिकेशन पढ़ी तो पिछले 12 वर्षों से की गई मेहनत और डिप्लोमा पे किये गए खर्च पर पानी फिर गया। क्योंकि शैक्षणिक योग्यता को 12वीं के स्थान पर स्नातक कर दिया गया। श्रीमान जी पटवारी का पद तृतीय श्रेणी का होता है और चयन जब प्रतियोगिता परीक्षा से ही होता है तो 12वीं पास अभ्यर्थियों को अवसर मिलना चाहिए।