
वीडियो में बात कर रही इस युवती के मुताबिक वह किसी तरह स्थानीय पुलिस स्टेशन भी गई थी लेकिन पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की। उल्टा उसे डरा-धमकाकर और मारपीट कर वापस उसी घर में छोड़ दिया गया। वह बार-बार भगवंत मान से याचना कर ही है कि वह उसे वहां से निकाल दें क्योंकि उन्होंने होशियारपुर की एक लड़की को भी बचाया था। वीडियो के अंत में वह रोते बिलखते कह रही है कि अगर उसे नहीं निकाला गया तो यह लोग उसे मार देंगे और वह मर जाएगी।
पंजाबी भाषा में बात कर रही इस लड़की ने न तो अपना नाम बताया है और न ही पंजाब के उस शहर का नाम जहां की वह रहने वाली है।
वीडियो में ये कह रही है लड़की
"भगवंत मान साहब मेरी हेल्प करो. मेरी मदद करो. मैं यहां पर बहुत दुखी हूं. मैं इधर मुसीबत में फंसी हूं. मुझे यहां आए एक साल हो गया है. मैं एक साल से जुल्म सह रही हूं. आपने होशियारपुर की लड़की की भी मदद की है, उसको यहां से बाहर निकाला है. आप मुझे भी यहां से बाहर निकाल दो. मैं भी आपकी बेटी की तरह हूं. आप मेरी मदद करो. मैं इधर फंस गई हूं. मैं यहां पर बुरी तरह से फंस गई हूं. मुझे मालूम नहीं था कि मेरे साथ ऐसा होगा. यह लोग कई-कई दिन खाना नहीं देते हैं. मेरे साथ मारपीट की जाती है. मुझे कमरे के अंदर बंद रखा जाता है. बाहर से ताला लगा दिया जाता है. मैं किसी तरह पुलिस के पास गई थी लेकिन पुलिस ने मेरी कोई मदद नहीं की. मैं सऊदी अरब में रहती हूं. मैं द्वादमी शहर में रहती हूं. यहां पर मैं बहुत बुरी तरह से फंस गई हूं. भगवंत मान साहब मेरी मदद करो. मुझे किसी तरह यहां से निकाल दो. मुझे किसी तरह यहां से निकाल दो. मैं बहुत ज्यादा गरीब हूं. यहां काम करने के लिए आई थी. उन्होंने मेरे साथ बहुत जुल्म किए हैं. मुझे यहां से किसी तरह निकाल दो. मैं भी आपकी बेटी की तरह हूं. पुलिस ने मेरी कोई मदद नहीं की. मुझे धक्के मार कर, लात मार कर मुझे वापस यहां भेज दिया. अगर आपने मुझे यहां से नहीं निकाला तो मैं मर जाऊंगीं मुझे यह मार डालेंगे. मेरे भी बच्चे हैं. मैं अपने बच्चों के पास वापस लौटना चाहती हूं. मेरी मां है जो बीमार है. मेरी मां का ऑपरेशन होना है. वह बहुत बीमार है. मेरी हेल्प करो. मैं यहां रहना नहीं चाहती हूं. मुझे यहां से निकाल दो. मेरे साथ मारपीट की जाती है. देखिए मेरा बुरा हाल कर दिया गया है. खून निकाला गया है. यह लोग बहुत गंदे लोग हैं. मैं अपने भाई-बहनों को भी सलाह देती हूं कि कभी भी सऊदी अरब में मत आना . जिस तरह से मैंने यहां के हालात देखे हैं, दिन काटे हैं. अरे बहन-भाइयों यही विनती है कि यहां कभी मत आना."