BJP समीक्षा: प्रत्याशी चयन में तानाशाही का परिणाम है गुरदासपुर की शर्मनाक हार

नई दिल्ली। गुरुदासपुर लोकसभा उपचुनाव में करीब 2 लाख वोटों के अंतर से हुई भाजपा की शर्मनाक हार की समीक्षा शुरू हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का मानना है कि वहां प्रत्याशी चयन में भारी चूक की गई। भाजपा के स्टार प्रचारकों को भी पता था कि यह गलती हो गई है इसीलिए कोई बड़ा नेता प्रत्याशी का प्रचार करने नहीं गया। वोटिंग से पहले भाजपा प्रत्याशी स्वर्ण सलारिया की एक कथित सीडी भी वायरल हो गई थी। बताया जा रहा है कि भाजपा का पारंपरिक मतदाता भी नाराज था। वो वोट डालने के लिए घर से निकला ही नहीं। 

राजनीति के विशेषज्ञ हरिहर निवास शर्मा का कहना है कि गुरुदासपुर में भाजपा ने तश्तरी में परोसकर जीत कांग्रेस को अर्पित की है। जहाँ कांग्रेस ने स्व बलराम जाखड़ जी के निर्विवाद सुपुत्र को अपना प्रत्याशी बनाया, वहीँ भाजपा ने दिवंगत सांसद स्व विनोद खन्ना की पत्नी के स्थान पर, जन भावनाओं की अनदेखी कर, एक अय्यास और बदनाम महाशय को प्रत्याशी घोषित किया। 

ठीक चुनाव के समय उन महोदय की एक महिला के साथ क्लिप भी सार्वजनिक हो गई। भाजपा को अपनी हार पूर्व से ही समझ में आ गई थी। इसीलिए कोई बड़ा नेता चुनाव प्रचार में नहीं आया। स्वयं कांग्रेस प्रत्याशी ने माना कि भाजपा का परंपरागत वोटर भी वोट डालने नहीं आया, आया भी तो कांग्रेस को वोट दे गया। श्री शर्मा का मानना है कि यह प्रत्याशी चयन में तानाशाही का परिणाम है, जिसे समझना चाहिए, इसका नीतियों से कोई लेनादेना नहीं है। और न ही कांग्रेस नेतृत्व के प्रति जन लगाव का परिचायक। इस चुनाव को मोदी और राहुल गांधी की लोकप्रियता की कसौटी नहीं कहा जा सकता। 

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