जबलपुर। पंचायत ग्रामीण विकास विभाग अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया ने जिला पंचायतों में एक नया फरमान जारी करते हुए पीआरओ पद को समाप्त कर दिया है। जिला पंचायतों में पदस्थ पीआरओ (जन संपर्क अधिकारी) को परियोजना अधिकारी अधिकारी बनाकर इधर से उधर किया गया है। अपर मुख्य सचिव की इस व्यवस्था के बाद प्रदेश भर की जिला पंचायतों में हड़कंप मच गया है। इसको लेकर जिला पंचायत के माननीयों ने विरोध भी दर्ज कराया है। पंचायत ग्रामीण विकास के इस फरमान के बाद पीआरओ ऋषि चड़ार को टीकमगढ़ जिले में ट्रांसफर परियोजना अधिकारी के रूप में किया गया है।
बैठक हो गई नहीं पहुंची जानकारी
ऋषि चड़ार के ट्रांसफर होने के बाद जिला पंचायत की सूचना संबंधी सारी व्यवस्थाएं पटरी से उतर आई है। इसका सीधा असर शुक्रवार को जिला पंचायत में आयोजित हुई जिला ईकाई की बैठक में देखने को मिला। बैठक कब हो गई और उसमें क्या हुआ इसकी जानकारी न मीडिया तक पहुंची और न ही आम नागरिकों तक।
जिला पंचायत के अफसर भी हैरान
पीआरओ पद समाप्त और ऋषि चड़ार के जाने के बाद जिला पंचायत के अफसर भी परेशान है। शासन की तमाम योजनाओं का प्रचार-प्रसार का काम पूरी तरह से ठप हो गया है। दूसरी ओर शासन की कौन सी योजना चल रही और उसमें क्या कार्य हो रहा है, किसको लाभ प्राप्त हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी पता करना अब आसान नहीं रहा है।
वैकल्पिक व्यवस्था करें प्रशासन
जिला पंचायत अध्यक्ष मनोरमा पटेल ने जिला ईकाई की बैठक की सूचना मीडिया तक न पहुंचने पर नाराजगी दिखाई है। अध्यक्ष ने जिला प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों को जिला पंचायत में पीआरओ की वैकल्पिक व्यवस्था करना चाहिए। पीआरओ नहीं होने से लोगों व मीडिया तक शासन की योजना संबंधी जानकारी नहीं पहुंच पाएगी।