लक्झरी LIFE के लिए सपना और नीरू ने बच्चों को फंसा रखा था

भोपाल। अंतत: पुलिस ने उस गिरोह का पर्दाफाश कर ही लिया जो बच्चों से भीख मंगवा रहा था। इस कोई पेशेवर रैकेट नहीं हैं। बस 2 महिलाएं हैं जो अपनी लक्झरी लाइफ के शौक पूरे करने के लिए बच्चों से ऐसा काम करवा रहीं थीं। पुलिस ने इस मामले में जिन 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया है उनके नाम सपना उर्फ उमा चौहान व नीरूदेवी पत्नी प्रेमराज हैं। 

बैफाशरागढ़ पुलिस ने महिलाओं के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो गरीब, विकलांग एवं नाबालिग बच्चों को पैसे का लालच देकर उन्हें अपनी एक फर्जी संस्था के नाम पर वसूली कराने का काम कराती थीं। आरोपी महिलाएं अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए बच्चों से चंदा वसूली कराती थीं। पुलिस ने दो महिलाओं को योजनाबद्घ तरीके से गिरफ्तार किया है।

थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया के अनुसार पिछले दिनों चाइल्ड हैल्प लाइन पर शिकायत आई थी कि प्रेमराज लोट सेवा समिति बच्चों को लालच देकर अनाथ एवं विकलांग बच्चों की मदद के नाम पर पैसा उगाही करती है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर इंदौर जाकर आरोपी महिला सपना उर्फ उमा चौहान व नीरूदेवी पत्नी प्रेमराज को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार महिलाओं ने बच्चों को एक रसीद कट्टा दे रखा था। लोग बच्चों की हालत एवं रसीद देखकर सहानुभूति से पैसे दे देते थे। बाद में दिन भर में वसूल हुई रकम का कुछ हिस्सा बच्चों को दे दिया जाता था।

बच्चे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द
पुलिस ने महिलाओं के चुंगुल से दो बच्चों को भी छुड़ाया है। बच्चे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिए गए हैं। पूछताछ के दौरान दोनों महिलाओं ने स्वीकार किया कि एक बार अच्छी रकम वसूल होने पर उन्हें दूसरों के पैसे से अपने महंगे शोक पूरे करने की आदत पड़ गई। लोग बच्चों के नाम पर आसानी से सहयोग राशि देते हैं। दोनों ने इसी को आधार बनाकर एक गिरोह बना लिया। महिलाएं इंदौर के द्वारकानगरी थाना क्षेत्र के सूर्यदेव नगर की रहवासी हैं।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !