
एक ऐसा ही मामला भारत के उत्तराखंड राज्य से सामने आ रहा है। यहां एक पहाड़ी लड़की ने पांचों भाईयों से एक साथ शादी की है। इस महिला का नाम राजो वर्मा है। राजो एक बच्चे की मां है, वह हर रात अलग पति के साथ सोती है लेकिन उसे ये पता नहीं है कि उसके 18 महीने के बेटे का पिता कौन है। ये भले ही सुनने में अजीब लगे, लेकिन देहरादून के पास स्थित इस गांव की यह परंपरा है कि महिला को उसके पति के भाईयों के साथ भी शादी करनी पड़ती है।
उसने अंग्रेजी वेबसाइट द सन को बताया, "शुरू में मुझे थोड़ा अजीब लगा था लेकिन अब मुझे सब अच्छा लगता है।" राजो की सबसे पहले शादी गुड्डू से चार साल पहले हुई थी। इसके बाद उसने बज्जू 32, संत राम 28, गोपाल 26 और दिनेश 19 से शादी कर ली है।
एक पति ने कहा, "हम सब उससे साथ सोते हैं लेकिन हममें इसको लेकर कोई मनमुटाव नहीं है। उसका पहला आधिकारिक रूप से पति गुड्डू ही है। हम एक बड़ा सुखी परिवार हैं।" एक जमाना था जब समूचे भारत में बहुपतित्व परंपरा का बोलबाला हुआ करता था लेकिन अब इस परंपरा को बहुत कम लोग ही मानते है।
इस प्रथा के अंतर्गत महिला को पति के सभी भाईयों से शादी करनी पड़ती है। यह प्रथा इसलिए भी प्रचलित है क्योंकि अगर एक महिला सभी से शादी करेगी तो खेती की भूमि का बंटवारा नहीं होगा। यह हिमालय के करीब बसे गांवों में बहुत आम बात है। राजो ने कहा कि उसे उम्मीद थी कि उसे पांचों पतियों को अपनाना होगा क्योंकि उसकी मां के खुद तीन पति थे। राजो कहती हैं कि उसे अन्य पत्नियों से ज्यादा प्यार मिलता है।