
इसके एवज में एसडीओ अनिल चौरसिया द्वारा पूर्व में एक लाख 19 हजार रुपए की राशि प्राप्त कर ली थी। बाकी राशि के रूप में उसने 40 हजार रुपए की मांग की थी। इसकी शिकायत राजकिशोर पटेल ने लोकायुक्त पुलिस सागर से की। आज लोकायुक्त पुलिस ने जिला अस्पताल के सामने एसडीओ को 40 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया और सिविल लाइन थाने में बाकी कार्यवाही देर रात तक चलती रही। लोकायुक्त सागर के टीआई विजय सिंह परस्ते, आरक्षक आशुतोष व्यास, आरक्षक नौशद कुरैशी, जलजीवन अग्रिहोत्री और सुरेन्द्र सिंह ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया।
गौरतलब हो कि जलसंसाधन विभग द्वारा लवकुशनगर क्षेत्र में खेतों में नाली निर्माण का ठेका अपने चहेते लोगों को मनमानी तरीके से दिए गए थे। इन ठेकों में भारी भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं। चंदला विधानसभा क्षेत्र के विधायक आरडी प्रजापति ने विधानसभा में प्रश्र भी किया था जिस पर विधानसभा द्वारा एक समिति छतरपुर जिले में भेजी गई थी और उस समिति ने विधानसभा में अपनी क्या रिपोर्ट दी गई इसका खुलासा नहीं हुआ। जल संसाधन विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों ने इस समिति को भी खजुराहो में फाइल स्टार होटल में रुकाकर अपना उल्लू सीधा कर लिया। भगवान के यहां देर है अंधेर है आखिरकार भ्रष्ट एसडीओ लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। अभी कई एसडीओ और भी इसकी चपेट में आने वाले हैं। बुंदेलखंड पैकेज का करोड़ों रुपए जलसंसाधन विभाग के एसडीओ, उपयंत्रियों ने हड़प लिया है और मौके पर कोई काम नहीं कराया है। जिसकी भी जांच चल रही है।