CRPF जवानों ने राखी बांधने आईं छात्राओं के कपड़े उतारकर तलाशी ली

नईदिल्ली। छत्तीसगढ़ से सारे देश और देश के सुरक्षाबलों को शर्मसार करने वाली घटना प्रकाश में आ रही है। यहां रक्षाबंधन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं छात्राओं की सीआरपीएफ के जवानों ने कपड़े उतरवाकर तलाशी ली। मामला नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले का है। यहां राज्य सरकार द्वारा चलाए जाने वाले पलनाम स्थित आश्रम में रक्षाबंधन के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। छात्राएं जवानों को राखी बांधन के लिए आईं थीं। 

दंतेवाड़ा के जिलाधिकारी सौरभ कुमार ने मीडिया से कहा कि अज्ञात सीआरपीएफ जवानों द्वारा कुछ लड़कियों के संग यौन शोषण किया गया है। जिलाधिकारी के अनुसार करीब 500 स्कूली लड़कियां रक्षाबंधन के मौके पर सीआरपीएफ के जवानों को राखी बांधने आई थीं। जिलाधिकारी के अनुसार लड़कियों के शौचालय के पास तैनात सीआरपीएफ के जवानों पर ऐसी हरकत करने का आरोप है। 

जिलाधिकारी, पुलिस एसपी और सीआरपीएफ के डीआईजी ने शिकायत के बाद आश्रम का दौरा किया है। मामले की जांच के लिए एक टीम बनायी गयी है जिसमें दो महिला सदस्य भी हैं। सोमवार (7 अगस्त) को सीआरपीएफ ने शिकायत के बाद आंतरिक जांच की भी संस्तुति की है। शिकायत करने वाली लड़कियां कक्षा 11 की छात्र हैं। पुलिस ने सोमवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ बाल यौन शोषण के पोस्को कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायत के अनुसार सीआरपीएफ के दो जवानों ने लड़कियों की कपड़े उतरवाकर तलाशी ली थी।

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार लड़कियों को स्कूल में रक्षाबंधन के दिन मौजूद सभी सीआरपीएफ जवानों की तस्वीर दिखाकर आरोपियों की शिनाख्त की जाएगी। सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने इस मामले को फेसबुक पर उठाते हुए लिखा कि कम से कम चार लड़कियों का रक्षाबंधन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में यौन शोषण हुआ है। कुमार ने आरोप लगाया है कि लड़कियों के अलावा ग्रामीणों ने भी घटना की पुष्टि की है।

जनवरी 2017 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पाया था कि 2015 में बीजापुर में कम से कम 16 महिलाओं के संग बलात्कार और यौन उत्पीड़न हुआ था जिसके लिए सुरक्षा बल जिम्मेदार बताए गए। छत्तीसगढ़ में पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा मानवाधिकार हनन के मामले राष्ट्रीय मीडिया में आते रहे हैं। पुलिस द्वारा आदिवासी महिला सोनी सूरी के गुप्तांग में पत्थर भरने का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था।
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!