
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घायल हालत में साजिद को इलाज के लिए नटेरन अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन रास्ते में लंबे जाम की वजह से वह तीन घंटे तक फंसा रहा। उसे समय पर इलाज नहीं मिल पाया। इससे उसकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। साजिद बस क्लीनर था और वह बीजेपी कार्यकर्ताओं को लेकर कागपुर पहुंचा था।
नटेरन अस्पताल में कार्यरत ब्लॉक मेडिकल अधिकारी नीतू सिंह ने कहा अस्पताल आने से पहले उसकी मौत हो चुकी थी, उसका पूरा शरीर ठंडा पड़ चुका था। उसकी लगभग 3 घंटे पहले मौत हो गई थी। अगर पहले अस्पताल लाया जाता तो शायद बच सकता था। उसका पूरा शरीर अकड़ा हुआ था नाक-मुंह से खून आ रहा था। घटना स्थल से नटेरन आने में 15 मिनट लगते हैं लेकिन वह तीन घंटे बाद अस्पताल पहुंचे।
सरकार ने मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा हमारे मुख्यमंत्री बहुत संवेदनशील हैं। वे ध्यान रखते हैं कि लोगों को असुविधा न हो। प्रशासनिक कार्यक्रम था बहुत लोग आए थे। हमें पता लगा है कि बस क्लीनर के साथ हादसा हुआ है। प्रशासन ने बताया उसे मिर्गी थी। मुख्यमंत्री ने मुआवजे का ऐलान किया है हमारी कोशिश रहेगी कि दुबारा ऐसा न हो।
मुख्यमंत्री यहां फसल बीमा योजना के चैक बांटने आए थे। कार्यक्रम की वजह से एनएच 86 पर बुधवार को दोपहर जगह-जगह जाम लगा रहा। इस कार्यक्रम में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने के लिए जिले भर से लोगों को यात्री बसों और दूसरी गाड़ियों से कागपुर लाया गया था।