
नौकर के यौन शोषण के आरोपी मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी के मामले को लेकर कोर्ट में सीडी की प्रमाणिकता पर बहस हुई। बहस के समय कोर्ट में राघवजी भी मौजूद थे। इस मामले में अभियोजन पहले ही चालान पेश कर चुका है। चालान पेश करने के बाद अदालत में दी गई सीडी की प्रमाणिकता पर राघव जी के वकील हरीश मेहता ने कई सवाल उठाए। वकील हरीश मेहता ने कहा कि प्रकरण में फरियादी और अन्य गवाहों की गवाही हो चुकी है, ऐसे में अभियोजन द्वारा इस स्टेज पर पेश की गई सीडी को प्रमाणित नहीं माना जा सकता। वहीं विशेष लोक अभियोजक ने उनके तर्कों का प्रतिवाद किया। विशेष न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के पश्चात आवेदन पर फैसला सुरक्षित रख लिया।
क्या है मामला
तब राघवजी की उम्र 80 वर्ष थी। एक आंख नकली। डायबिटीज का शिकार। बीमार दिल जिसकी एंजियोप्लास्टी हो चुकी है। उसके दिल को चलाते रखने के लिए स्टेंट डाला गया था। बात सन 2013 की है। एक सेक्स सीडी ने मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में तहलका मचा दिया था। उस सीडी में बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री राघवजी अपने नौकर राजकुमार के साथ अपनी वासना को शांत करते दिखे थे। वह अपने ड्राइंग रूम की कुर्सियों के बीच फर्श पर राजकुमार के साथ पूरे जोश के साथ काम क्रीड़ा में लीन दिखे। संतुष्टि के बाद फौरन खड़े भी हो गए। राघवजी तीन साल से राजकुमार का यौन शोषण कर रहे थे। बदले में सरकारी नौकरी का लालच दिया था।
दूसरे वीडियो में हस्तमैथुन कराते दिखे राघवजी
दूसरे वीडियो में राघवजी के सरकारी निवास के ड्राइंग रूम में 29 वर्षीय राजकुमार उनका मैस्टबेट (हस्तमैथुन) करता दिखा। राघवजी नग्नावस्था में सोफे पर पसरे आनंद में गोते लगा रहे थे। अपने नौकर राजकुमार को प्यार से राजकुमारी पुकार रहे थे। आखिरकार इस सबसे आजिज आकर राजकुमार 5 जुलाई, 2013 को थाने पहुंच गया। उसने अपने यौन शोषण का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी।
सीएफएसएल ने की थी सीडी की पुष्टि
इस कांड के बाद बीजेपी नेता शिवशंकर उर्फ मुन्ना पटेरिया को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। घटना के करीब दो साल बाद दिल्ली के सीएफएसएल यानी सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री ने सीडी की जांच के बाद इसकी पुष्टि कर दी थी। मंत्री पद गंवाने के बाद राघवजी ने अपनी सफाई में बस इतना ही कहा था कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है।