नई दिल्ली। दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध की तरफ बढ़ रही है। उत्तर कोरिया ने अमेरिका को परमाणु हमले की धमकी दी है। उसने कहा है कि वो हमला, कब कहां और कैसे करेगा यह उसकी सेना तय करेगी लेकिन यह सुनिश्चित है कि यह हमला बहुत 'निर्दयी' होगा और तबाही लेकर आएगा। अमेरिका-साउथ कोरिया के बीच शुरू हो रहे युद्धाभ्यास से नॉर्थ कोरिया नाराज है। नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि अब उन्होंने परिस्थितियों को अनियिंत्रित परमाणु युद्ध की तरफ पंहुचा दिया है। प्योंगयांग ने अमेरिका को धमकाते हुए कहा कि अगर इस बार साउथ कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास हुआ तो उनकी आर्मी द्वारा चाहे वह गुआम हो, हवाई का इलाका हो या अमेरिका के किसी भी हिस्से पर अटैक किया जा सकता है और इस बार 'निर्दयी' हमले से कोई नहीं बचेगा।
10 दिन तक चलेगा सैन्य अभ्यास
नॉर्थ कोरिया की तरफ से यह बयान अमेरिका-साउथ कोरिया के बीच युद्धाभ्यास शुरू होने से पहले आया है। आपको बता दें कि सोमवार से अमेरिका और साउथ कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास शुरू हो रहा है, जो 10 दिन तक चलेगा। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिकी मिल्ट्री और ट्रंप प्रशासन ने पूरी तरह स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देशों के बीच शेड्यूल के अनुसार मिल्ट्री एक्सरसाइज का आयोजन होगा।
अमेरिका को किसी भी ठिकाने से उड़ा देंगे: नॉर्थ कोरिया
प्योंगयांग से एक बयान में कहा गया है कि ट्रंप समुह नॉर्थ कोरिया के खिलाफ परमाणु युद्ध का दुस्साहस कर रहा है और इस तरह की लापरवाही भरे बर्ताव ने परमाणु युद्ध को अनियंत्रित स्थिति में पहुंचा दिया है। प्योंगयांग ने अपने स्टेटमेंट में यहां तक कहा है कि नॉर्थ कोरिया इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों का सबसे मजबूत मालिक है और वो अमेरिका को किसी भी ठिकाने से उड़ाने की क्षमता रखता है।
सैन्य अभ्यास एक कूटनीतिक दबाव: यूएस
हालांकि अमेरिका का कहना है कि नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर टेस्ट को रोकने के लिए यह (सैन्य अभ्यास) एक शांतिपूर्ण कूटनीतिक दबाव है। साथ ही अमेरिका ने यह भी कहा कि अगर किम जोंग उन इस सैन्य अभ्यास में बाधा डालने की कोशिश करते हैं तो वे इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहे।
दोनों देशों ने बढ़ा दी है टेंशन
आपको बता दें कि जब से नॉर्थ कोरिया ने जुलाई में परमाणु मिसाइल का परीक्षण किया है और जापान में स्थित अमेरिका के गुआम क्षेत्र पर मिसाइल तानने की बात कही है तभी से डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन प्रशासन ने दुनिया भर में टेंशन बढ़ा दी है।