
पूजा करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए नायडू ने कहा, ‘‘भारत की जनता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्नेह और विशेषकर भगवान वेंकटेश्वर के आशीर्वाद से मैं उपराष्ट्रपति बना। भगवान वेंकटेश्वर हमारे ईष्ट देवता हैं और 13 वर्ष की उम्र से मैं उनकी आराधना कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त में इस पद के लिये चुने जाने के बाद सदन की गरिमा एवं मर्यादा बनाये रखने के लिये मैं निश्चित रूप से पूरी तरह निष्पक्ष और संविधान के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करूंगा।’’
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘भारत के उपराष्ट्रपति के तौर पर मैं अपने जीवन के एक नये अध्याय का आरंभ करने जा रहा हूं, जो पूरी तरह गैरराजनीतिक है।’’ नायडू ने कहा कि यह लोकतंत्र की खूबसूरती है कि एक किसान का पुत्र देश के शीर्ष पद पर पहुंचा है। बाद में उन्होंने यहां के श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्युट ऑफ मेडिकल साइंसेज में आयोजित एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।