
राजस्थान के राज्यपाल के आदेश के बाद विश्विद्यालयों के लिए जारी 2017-2018 के कैलंडर में 02 अक्टूबर की छुट्टी रद्द कर दी गई। इससे पहले राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने पहले भी 02 अक्टूबर छुट्टी को लेकर सवाल उठा चुके हैं। हालांकि राजस्थान सरकार के छुट्टियों के कैलंडर में गांधी जयंती पर छुट्टी घोषित की गई है। फ़िलहाल यह साफ नहीं कि छुट्टी रद्द करने का फैसला राज्यपाल का खुद का है, या सरकार की सलाह पर लिया गया है।
इस मामले में राजस्थान सरकार का तर्क है कि गांधी जयंती पर छुट्टी रखने का औचित्य नहीं है। इसके जगह कॉलेज और यूनिवर्सिटी में जयंती पर कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिससे महात्मा गांधी के आदर्शों और विचारो से छात्र रूबरू होंगे। गांधी जयंती की छुट्टी को लेकर राजस्थान में बहस छिड़ चुकी है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे आरएसएस का एजेंडा बताकर दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर छुट्टी रद्द करने की आलोचना की है।
कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने इस पर सवाल उठाया कि छुट्टी रद्द करनी ही है तो सिर्फ गांधी जयंती पर ही नहीं अन्य महापुरुषों की जयंती पर भी अवकाश रद्द होने चाहिए। राजस्थान के विश्विद्यालय, कॉलेजों और स्कूलों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी के आदर्श डॉ हेडगेवार, दीनदयाल उपाध्याय जैसे नेताओं की जीवनी पढ़ाने और पाठ्यक्रम में शामिल करने को लेकर पहले से ही विवाद चल रहे हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि पंडित जवाहरलाल नेहरु के योगदान का पाठ्यक्रम में घटा दिया गया है। ऐसे में गांधी जयंती पर छुट्टी रद्द किए जाने से एक नया विवाद खड़ा हो गया है।