डॉक्टरों ने गरीब मरीज के परिजन को जानवरों की तरह पीटा, वीडियो वायरल

जबलपुर। व्यापमं घोटाला और प्रोजेक्शन एक्ट लागू होने के बाद सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को असीम शक्तियां प्राप्त हो गईं हैं। वो इलाज कराने आए गरीब मरीजों को हिकारत की नजर से देखते हैं। दुत्कारते हुए बात करते हैं। हद तो यह हो गई कि अब वो मरीजों के परिजनों को भी जानवरों की तरह पीटने लगे हैं। इन दिनों वायरल हो रहे वीडियो से तो यही पता चलता है कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर भगवान नहीं शैतान बन गए हैं। तुनक मिजाजी ऐसी की बात बात पर मरीज का इलाज रोककर उसे मार डालने की धमकी भी दे डालते हैं। 

जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज के परिजनों के साथ मारपीट करते हुए रेजीडेंट डॉक्टर व जूनियर डॉक्टर्स का वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में डॉक्टर न सिर्फ मरीज के परिजन का हाथ मोड़कर उसके साथ मारपीट कर रहे हैं, बल्कि गंदी गालियां भी दे रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद से मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। वहीं, सोशल मीडिया पर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। 

डॉक्टर ने कहा... इलाज कराना है तो औकात में रहो
मरीज के परिजन को पीटते हुए जूनियर डॉक्टर बार-बार यह कह रहा था कि कि 'तेरे को हम पानी पिलाएंगे क्या...इलाज कराना है तो औकात में रहो'। 'जो लोग मरीज के साथ आए हैं वो औकत में रहो, फिर हम भी औकात में रहेंगे। मार खाते हुए लड़का बार-बार यही कह रहा था कि मैंने कोई अभद्रता नहीं की। मरीज की परेशानी देख कर मैंने तो बस पानी के लिए पूछा था, इस पर डॉक्टर नाराज हो गए और समूह बनाकर मारपीट करने लगे। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि, लड़का बार-बार माफी भी मांग रहा था लेकिन, एक डॉक्टर ने उसका हाथ मोड़ दिया।

वहीं, घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जूनियर डॉक्टर दोबारा वार्ड में गए और मरीजों को धमकाया। धमकाते हुए जूनियर डॉक्टर ने मरीजों से कहा कि, यदि किसी ने उनके खिलाफ शिकायत की तो उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा।

इस वार्ड में हुई मारपीट
जानकारी के अनुसार अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बने वार्ड नंबर-20 में एक मरीज भर्ती था।मरीज से मिलने के लिए बुधवार को उसके कुछ परिजन अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान जूनियर डॉक्टर राउंड पर वार्ड में गए। तबीयत बिगड़ने पर मरीज ने डॉक्टर्स से पानी मांग लिया था, इससे नाराज डॉक्टरों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। लोगों का तो यहां तक कहना है कि अस्पताल में जूनियर डॉक्टर्स की मनमानी चलती है और वे किसी भी तरह से कानून अपने हाथ में ले सकते हैं।

एक मिनट 44 सैकंड का है वीडियो
वीडियो से अस्पताल की छवि पर नकारात्मक असर के बीच मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने संपूर्ण घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। वायरल हुए वीडियो की अवधि एक मिनट 44 सैकंड की है, जिसमें अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ एक युवक से मारपीट कर रहे हैं। यह वीडियो किस बुधवार देर रात का बताया जा रहा है।

डीन ने दिए जांच के आदेश
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ सक्सेना ने बताया कि वायरल हुए वीडियो के संबंध में उन्हें जानकारी मिली है। इसके बाद उन्होंने जांच के निर्देश दिए हैं। कौन से डॉक्टर और कर्मचारियों ने मारपीट की है और जिसके साथ मारपीट हुई वह किस मरीज के साथ रूका हुआ था, इन सभी बिन्दुओं की जानकारी एकत्र की जा रही है। दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

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