इंदौर। लोकसभा स्पीकर एवं सांसद सुमित्रा महाजन ने स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही पर स्पष्ट रूप से कहा कि जो डॉक्टर शहर छोड़कर अपने कार्यस्थल पर गांव तक नहीं जाना चाहते, उनकी इंदौर में कोई जरूरत नहीं है। उनसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि या तो काम करें या इंदौर छोड़ दें। गांव जाने में डॉक्टरों की पीठ नहीं दुखेगी, अब तो गांव तक भी सड़कें बढ़िया हो गई हैं।
मंगलवार को रेसीडेंसी कोठी पर जिला विकास और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में कुछ जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की कि ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं जा रहे हैं और जनता परेशान हो रही है। उन्होंने कलेक्टर निशांत वरवड़े और सीएमएचओ डॉ. एचएल नायक को निर्देश दिए कि जो डॉक्टर काम नहीं करना चाहते, उन्हें बाहर भेजें।
जहां जाना चाहें जाएं, लेकिन इंदौर में न रहें। डॉक्टर किसी नेता का करीबी हो तो भी मुलाहिजा न करें। इससे पहले विधायक राजेश सोनकर, सांसद प्रतिनिधि देवराजसिंह परिहार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष गोपाल चौधरी आदि ने बैठक में डॉक्टरों की लापरवाही का मुद्दा उठाया।