
केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतले पर पेट्रोल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया। अचानक जलते पुतले की चपेट में मुबीन खां और कुलदीप आ गए। इससे मुबीन का हाथ और कुलदीप की पीठ बुरी तरह झुलस गई। दोनों को इलाज के लिए सिविल मेहताब अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को भोपाल रेफर कर दिया गया।
वहां अभी दोनों का चिरायु अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुतला जलाने वालों में पीसीसी सदस्य मदरूप सिंह बना, पूर्व नपाध्यक्ष मंजुलता शिवहरे, नगर महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष समीता झंवर, रवि परिहार, असलम वारसी समेत अन्य सदस्य शामिल थे।