SHIKSHA MITRA: मथुरा में मौत, पीलीभीत में हालत गंभीर, मेरठ में चक्काजाम, धर्मांतरण की धमकी, ट्रेन रोकी

लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उत्तरप्रदेश के शिक्षामित्र भड़क गए। वो सड़कों पर उतर आए हैं। डटकर विरोध कर रहे हैं। हालात यह है कि शिक्षामित्रों की हड़ताल आज की तारीख में योगी सरकार की सबसे बड़ी परेशानी बन गई है। ये लोग सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं जिसमें अखिलेश यादव की सरकार द्वारा पूर्णकालिक शिक्षक के तौर पर उनकी की गई नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है। शिक्षामित्रों ने धमकी दी है कि यदि उनकी नौकरी गई तो वो हिंदू धर्म छोड़ देंगे। 

मथुरा में शिक्षामित्र की मौत
वहीं मथुरा जनपद में शनिवार को एक शिक्षामित्र की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। नौहझील थाने के वरिष्ठ उप-निरीक्षक जयसिंह कठेरिया ने बताया कि मांट तहसील क्षेत्र के बारौठ गांव में सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजित शिक्षामित्र उदय सिंह पुत्र सुखराम (35) निवासी शंकरगढ़ी के परिजनों ने घटना के बारे में सूचित किया। मृतक की 10 और सात वर्ष की दो बेटी तथा पांच वर्ष का एक बेटा है।

मौत पर भड़के शिक्षामित्र 
साथी की मृत्यु होने पर शिक्षामित्रों ने पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचकर नारेबाजी शुरू कर दी है। वे मृत शिक्षामित्र के परिजनों में से एक के लिए सरकारी नौकरी एवं परिवार के जीवन-यापन के लिए आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। आदर्श समायोजित शिक्षक (शिक्षामित्र) वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत सारस्वत ने कहा कि इनमें से कई भविष्य को लेकर बेहद हताश और निराश हो गए हैं जिसके चलते इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं।

मुजफ्फरनगर में स्कूल बंद 
जिला के बेसिक शिक्षा अधिकारी चंदर केश यादव के मुताबिक, हड़ताल की वजह से बंद पड़े स्कूलों में अन्य स्कूलों से शिक्षकों की व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 79 स्कूल इसकी वजह से बंद रहे, जहां पर तदर्थ शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। 

मेरठ में चक्काजाम 
मेरठ में शनिवार को सैकड़ों की संख्या में शिक्षामित्र सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान सड़क पर ट्रैफिक व्यवस्था ठप पड़ गई। शिक्षामित्रों ने बेगमपुल चौराहे पर जाम लगा दिया। कई थानों की फोर्स जब मौके पर पहुंची तो किसी तरह उन्होंने इन शिक्षामित्रों को समझाबुझाकर जाम हटवाया।

बुलंदशहर में जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव
बुलन्दशहर में जहां शिक्षा मित्रों ने बीएसए दफ्तर में तालाबंदी कर दी थी तो वहीं आज भारी संख्या में शिक्षामित्र जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने आ पहुंचे। जिसे देखकर पुलिस प्रशासन ने कलेक्ट्रेट के गेट पर भारी पुलिसबल को तैनात कर दिया गया। जिससे कोई भी घटना न हो लेकिन वहीं अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट का गेट बंद कर शिक्षा मित्रों को जिलाधिकारी कार्यालय तक नहीं पहुंचने दिया गया। 

पीलीभीत में भूख हड़ताल, महिला की हालत गंभीर
बीएसए कार्यालय परिसर में शनिवार से शुरू हुई भूख हड़ताल में पहले दिन 11 शिक्षामित्र बैैठे। भूख हड़ताल में प्राथमिक विद्यालय गजरौला खास की शिक्षामित्र प्राची अग्निहोत्री भी बैठी, लेकिन कुछ देर बाद ही एकाएक उनकी हालत बिगड़ गई। इससे शिक्षामित्रों में हड़कंप मच गया। हालांकि कुछ देर बाद उनकी हालत में सुधार देखा गया।

नौकरी गई तो धर्म बदल लेंगे
ट्विटर पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कुछ शिक्षक सरकार को इस्लाम धर्म कबूल करने की धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं। इन शिक्षकों का आरोप है कि सरकार उनके साथ दोहरी नीति अपना रही है। जिसकी वजह से उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया गया। वीडियो में शख्स इस फैसले के विरोध में धर्म बदलने की धमकी देता हुआ नजर आ रहा है। शख्स ने धमकी देते हुए आगे कहा, ‘हम पूरे परिवार के साथ अपना धर्म बदलेंगे और इस्लाम कबूल करेंगे। मौलवी साहब से हमारी बात हो चुकी है। जल्द तारीख घोषित हो जाएगी और हम इस्लाम कबूल कर लेंगे। अल्लाह हू अकबर कहेंगे और जिहाद पर जाएंगे।’

एटा में ट्रेन रोकी
एटा में शनिवार को आंदोलनकारी शिक्षामित्रों ने ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में शिक्षामित्र रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और एटा-टूंडला पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। इस दौरान आक्रोशित शिक्षामित्रों के आगे पुलिस बेबस दिखाई दी। वहीं रेल यात्री भी परेशान दिखे। सेंट पॉल्स स्कूल के पास आक्रोशित शिक्षामित्रों ने ट्रेन के इंजन पर कब्जा कर लिया। कुछ प्रदर्शनकारी बैनर लेकर इंजन पर चढ़ गए तो सैकड़ों महिला-पुरुष शिक्षामित्र ट्रेन की पटरियों पर लेट गए। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 

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