वाराणसी। प्यार जो ना कराए वही कम है। कोई प्यार में क्रिमिनल बन जाता है तो कोई सफलता का आसमान छू लेता है। ये कहानी है ज्ञानेंद्र कुमार सिंह की जो इलाहाबाद यूपी का रहने वाला है लेकिन छत्तीसगढ़ जाकर PSC CG 2016 का एग्जाम दिया और असिटेंट प्रोफेसर परीक्षा हिंदी विषय में टॉप किया। फिलहाल ज्ञानेंद्र अरुणांचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग के नवोदय विद्यालय में हिंदी प्रवक्ता के पद पर हैं। ज्ञानेंद्र की गर्लफ्रेंड भावना भी गाजियाबाद के मोदी कॉलेज में प्रवक्ता है। घरवालों ने प्यार में दीवाने हुए ज्ञानेंद्र की शादी करा दी है। उसकी पत्नि का नाम भावना है। जिसे वो बेइंतहा प्यार करता है।
लड़की के प्यार में अंधा नहीं टॉपर
यूपी सरकार ने कमीशन की हर नियुक्ति पर रोक लगा रखी है, इसलिए ज्ञानेन्द्र ने छत्तीसगढ़ से अप्लाई किया। ज्ञानेंद्र ने बताया कि इलाहबाद में 2014 में जीआरएफ की तैयारी के दौरान ही मेरी मुलाकात भावना से हुई थी। 2014 के आखिर में हमारी शादी हो गई। परिवार को पता चल गया तो प्यार को शादी के रिश्ते में बांध दिया गया। ज्ञानेन्द्र कहते हैं कि भावना मुझे एजुकेशन में बहुत सपोर्ट किया। हमेशा मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देती थी। वह मेरे लिए बहुत लकी है। जब वो मेरी जिंदगी में आई तभी मुझे पहली नौकरी नवोदय में मिली। वो भी स्कॉलर है और गाजियाबाद के मोदी कॉलेज में प्रवक्ता है।
चाचा की पिटाई से बन गया टॉपर
ज्ञानेंद्र के पिता राम आसरे बताते हैं कि मैं साधारण किसान हूं। बचपन में वो बहुत शैतान था। मुझे लगता था कि पढ़ेगा-लिखेगा नहीं, खेती करेगा लेकिन उसके चाचा ने केवल एक दिन उसे मारा उसके बाद वो इतने लग्न से पढ़ा की आज उसके टक्कर का कोई लड़का पूरे गांव में नहीं है।
गांव का सबसे शरारती बच्चा था
ज्ञानेंद्र को बचपन में पढ़ाने वाले उसके चाचा अजय सिंह ने बताया की बचपन में उसका पढ़ने की बजाय ट्रैक्टर चलाने की बात करता था, गांव सबसे शरारती होने के कारण उसके कारनामे से सब डरते थे। वो कभी किसी की गाय खोल देता तो कभी किसी की बाइक पर ब्लेड मार देता, इन्हीं शरारतों के कारण जब वो किसी के घर जाता तो लोग कहते सब लोग सावधान हो जाइए चिंचुआ आ गया। घर में उसे सब प्यार से चिंचू कहते हैं।