
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक वीर के कई ठिकानों पर दबिश देने के बाद भी वह नहीं मिला था। गुरुवार को वह थाना मंगलवारा स्थित तलाश होटल के पास नजर आया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मूलत: सतना के सिद्धार्थ नगर निवासी वीर करीब पांच साल पहले काम की तलाश में भोपाल आया था। यहां उसने कई होटलों में काम किया, कुछ में मैनेजर भी रहा।
होटल्स में कपल्स के लिए सुविधा मुहैया करवाने के दौरान उसे सेक्स रैकेट चलाने का आइडिया आया। करीब एक साल पहले उसकी मुलाकात सुरेश मेवाड़ा और देवेंद्र उर्फ डेविड से हुई। तभी से तीनों साथ काम करने लगे। इसके बाद तीनों ने भोपाल कॉलगर्ल के नाम से एक वेबसाइट दिल्ली के पते पर रजिस्टर्ड करवाई व ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने लगा। 19 मई को पुलिस ने छह आरोपियों समेत तीन ग्राहकों को भी गिरफ्तार किया था। इनमें व्यापारियों के अलावा बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा भोपाल का मीडिया प्रभारी भी शामिल था।
PAYTM के जरिए हो रहा है अवैध लेनदेन
इस मामले में लेनदेन PAYTM के जरिए होना पाया गया है। इसके अलावा देश में और भी कई ऐसे अपराध सामने आ चुके हैं जिनमें लेनदेन PAYTM के जरिए हो रहा है। दरअसल, PAYTM के जरिए लेनदेन करने पर दोनों पक्ष अपनी पहचान आसानी से छुपा सकते हैं। PAYTM अपने वॉलेट के जरिए वित्तीय व्यवहार करने के लिए केवाईसी नहीं कराता। केवल एक मोबाइल सिम का वेरिफिकेशन किया जाता है।