NAXAL LIFE: शादी कर सकते हैं, बच्चे पैदा नहीं कर सकते

नई दिल्ली। नक्सली संगठन के कार्यकर्ताओं की निजी जिंदगी पर भी नक्सलियों के नियम लागू होते हैं। उन्हे सेक्स करने की खुली छूट है। रेप को भी गंभीर अपराध नहीं माना जाता लेकिन शादी करने से पहले अनुमति लेनी होती है और बच्चे पैदा करने पर तो पूरी तरह से पाबंदी है। यदि कोई कार्यकर्ता शादी करना चाहता है तो पहले उसे नसबंदी करानी होती है। छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा एसपी के समक्ष आत्‍म समर्पण करने वाले नक्सली दिनेश कढ़ती बताया कि वह नक्सली संगठन में था। 2008 में जब उसने संगठन से अपने शादी करने की अनुमति मांगी तो संगठन के शीर्ष नेता श्रीनू ने उससे कहा कि पहले नसबंदी कराकर आओ, फिर उसके बाद शादी करना।

नक्सली नेताओं के आदेश पर दिनेश कढ़ती ने इंद्रावती नदी के पार महाराष्ट्र राज्य के जिला अस्पताल में जाकर पहले नसबंदी करवाई। उसके बाद फिर 2009 में उसने मीना उर्फ लखो के साथ शादी रचाई। दोनों एक दूसरे से प्‍यार करते थे। अब दिनेश को इस बात का मलाल है कि वह बच्चे पैदा नहीं कर पाएगा। 

कढ़ती के मुताबिक नक्सली संगठन में काम करने वाले हर उस नक्सली के लिए नसबंदी का यही नियम एवं शर्तें लागू होती हैं, जो संगठन में रहते हुए शादी करना चाहते हैं। नक्सली दिनेश कढ़ती एवं लखो दोनों ने बुधवार को दंतेवाड़ा एसपी कमलोचन कश्यप के समक्ष आत्‍म समर्पण किया था। यह दंपति नक्सली संगठन में एक साथ काम करते थे। नक्सलियों की भेदभाव नीति की वजह से एवं सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर इन्होंने समर्पण किया।

समर्पण के बाद दोनों के खुलासे से यह बात तो साबित होती है कि नक्सली संगठन में रहते हुए शादी के लिए मनाही नहीं है, बल्कि बच्चे पैदा करने के लिए मना करते हैं। इसलिए शादी से पहले ही उनकी नसबंदी करवा दी जाती है।

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