भोपाल। एसटीएफ ने यहां एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो मंत्रियों के लिए रिश्वत वसूली का काम किया करता था। उसके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई थी कि नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह के नाम पर आरोपी ने पैसे मांगे और काम नहीं किया। फरियादी नगरीय निकाय विभाग का ही एक अधिकारी है जिसने मनचाहा ट्रांसफर कराने के लिए रिश्वत दी थी। हालांकि पुलिस ने अब तक रिश्वत देने वाले अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया है। सूत्रों का दावा है कि गिरफ्त में आए शैलेंद्र पटेल को मंत्रियों के पास आने वाले आवेदन दे दिए जाते थे, फिर वो डील करता था। इसी दौरान उसने मंत्रियों के साथ धोखाधड़ी कर दी इसलिए उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई शुरू की गई है।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक मंत्री माया सिंह के विभाग नगरीय प्रशासन के एक अधिकारी ने शिकायत में जानकारी दी थी कि ट्रांसफर के नाम पर उससे पैसे ऐंठे गए। इस मामले में जांच के बाद एसटीएफ ने शैलेंद्र पटेल को गिरफ्तार किया। आरोपी शैलेंद्र पटेल जबलपुर का रहने वाला है। आरोपी पर जबलपुर में पहले से ही बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल को धमकाने का आरोप है। इस मामले में एक एफआईआर जबलपुर में दर्ज है। मामले में मंत्रियों का स्टाफ भी संदेह के दायरे में है।
एसटीएफ डीएसपी विशेष अग्रवाल के मुताबिक आरोपी को 4 दिन की रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान आरोपी से पूछताछ भी की जाएगी। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मामले में मंत्रियों के स्टाफ की मिलीभगत हो सकती है, जिसके चलते अब मंत्रियों के स्टाफ से भी एसटीएफ पूछताछ करेगी।
इससे पहले नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह के अलावा, स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया और जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव पंकज अग्रवाल की ओर से पुलिस में शिकायत की गई थी कि उनके स्टाफ के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि आरोपी से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है।