
सूचना के अनुसार वकील महेंद्र लोधी को सोमवार को कुछ महिलाओं और पुरुषों ने घेर लिया। इसके बाद उसकी जमकर चप्पलों से पिटाई की और कपड़े भी फाड़ दिए। वह छूटकर कई बार भागा, लेकिन फिर उसे पकड़ लिया। कलेक्ट्रोरेट परिसर में हंगामा सुनकर ऑफिस में काम कर रहे कर्मचारी भी बाहर निकल आए। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने वकील को बचाने का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं ने वकील को पकड़कर रखा। वकील मौका पाकर भागा और कोषालय कार्यालय के पास बने मंदिर में जाकर छिप गया। इसके बाद भी महिलाएं उसे तलाशने के लिए इधर-उधर भटकती रहीं। इस घटना के बाद वकीलों में नाराजगी छा गई। वह एकत्रित होकर कलेक्ट्रोरेट पहुंचे।
महिलाओं ने कहा अकेले में घर बुला रहा था वकील
महिला गुड्डी बाई का कहना था कि आय-जाति प्रमाण पत्र के लिए मैंने वकील को 5000 रुपए दिए थे। इसके बाद भी काम नहीं हुआ तो मैंने फोन करके इसका कारण पूछा। इस पर वकील ने कहा कि तुम आज रात मेरे घर आ जाना। मेरी पत्नी घर पर नहीं है। यह बात सुनकर मुझे गुस्सा आ गया और सोमवार को मैं अपनी कॉलोनी की अन्य महिलाओं के साथ कोर्ट पहुंच गई। वहां पहले हमने वकील से बात करने की कोशिश की, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं था इसलिए सभी ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी।
इसलिए महिलाओं ने की मारपीट
वकील महेंद्र सिंह लोधी का कहना है कि महिलाएं गलत आरोप लगा रही हैं। उनके परिवार के एक संयुक्त खाते की भूमि में से बृजेश ने अपने हिस्से का 1300 से 1400 वर्ग फीट का हिस्सा किसी को बेचा था। जमीन के विक्रय दस्तावेज मैंने तैयार किए थे। इसलिए महिलाएं पहले कोर्ट में आई और झगड़ा करने लगी, कहा तूने ही जमीन बिकवाई है। बचने के लिए वहां से कलेक्ट्रोरेट आया तो घेर कर हमला कर दिया।
वकीलों ने बुलाई बैठक, फरियादी ने कहा मुझे पीटा गया
इस घटना के बाद वकील महेंद्र सिंह लोधी शिकायत करने कलेक्ट्रोरेट पहुंच गया। उसका कहना था कि रशीद कालोनी, पुरानी छावनी और बांसखेड़ी निवासी गुड्डी बाई, बबली, गणेशी, मुन्नी बाई और रामकिसन सहित 7 लोगों ने उसके साथ मारपीट की है। इस घटना के विरोध में वकीलों ने भी बैठक बुलाई।