इसराइल और मोदी: दोनों की कुण्डली में शत्रुहंता योग

ज्योतिष मे शत्रुहंतानामक एक योग होता है जिसमे जातक शत्रुओं की कारगुजारियों के कारण ही सफलता के शिखर पर पहुँचता है शत्रु के कारण ही उसका बल,नाम और यश बढ़ता है यानी जितने मजबूत शत्रु उतने ही सफलता और विजय जातक को मिलती है। इस योग मे शत्रु स्थान का भाग्य स्थान से सम्बंध होना चाहिये। इसे संयोग ही कहेंगे कि इसराइल और नरेंद्र मोदी की कुण्डली में एक जैसे योग हैं। दोनों को ही शत्रुओं से ऊर्जा मिलती है। इनके शत्रु जितने ताकतवर होंगे ये भी उतने ही ताकतवर होते जाएंगे। 

इसराइल
इसराइल का जन्म 14 मई 1948 को कर्क राशि मे हुआ कर्क राशि मे शनि तथा चंद्र एक साथ स्थित है कर्क राशि वाले व्यक्ति लोकप्रिय होते है मंगल इनके लिये परम कारक ग्रह होता है अर्थात युध्द मे ये लोग मान सम्मान पाते है सबसे बड़ी बात भाग्य स्थान तथा शत्रु स्थान का स्वामी एक ही ग्रह गुरु होता है यह ग्रह लग्न मे उच्च का होता है अर्थात शत्रु के कारण भाग्योदय तथा उच्चस्तर का मानसम्मान ऐसे लोगो को मिलता है यही इसराइल के साथ है शत्रु ही इस्राइल का मान सम्मान बड़ा रहे है।

नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी की वृश्चिक राशि है साथ मे वृश्चिक राशि का मंगल है मंगल शत्रु स्थान तथा लग्न का स्वामी है जिसके कारण शत्रु ही मोदी का बल बढ़ाते है अभी तक जब भी मोदी और इसराइल को शत्रु ने घेरा वे और प्रबल होकर ही बाहर निकले है। जो व्यक्ति या देश हमेशा विजय होता है उसका मंगल हमेशा अच्छा होता है। इसराइल की पत्रिका मे सिंह तथा मोदीजी की पत्रिका मे वृश्चिक स्वराशी का मंगल भाग्येश चंद्र के साथ है। पाकिस्तान और चीन दोनो भारत से बुरी तरह मुँह की खायेंगे। चीन की भारत से शत्रुता मोदी के लिये सहायक रहेगी।विपरीत राज़योग बनेगा। अभी नरेंद्र मोदी चंद्र की दशा मे है उन्हे राज़योग कारी मंगल की दशा बाकी है इस दशा मे वे नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को सच कर दिखायेंगे(2021से 2028)।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460931
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